” मुँह की ये समस्याए मसूड़े में इंफेक्शन की निशानी है, समय रहते करा लें इलाज “
– दांतों के अलावा मुँह की काफी सारी समस्या का कारण मसूड़ों मे पनपने वाले बैक्टीरिया होते है जिनका समय पर इलाज जरूरी है। नहीं तो हड्डियां गलना शुरू हो जाती है और दांत गिर जाते है।
– अक्सर लोग दांतों और मुँह की सफाई को लेकर काफी लापरवाह होते है।
मुँह की तकलीफ का मतलब लोग दांतों की सडन या दांत कमजोर होने लगते है। लेकिन अगर आप मुँह में ये समस्याएं दिख रही है तो ये मसूड़ों में इंफेक्शन की निशानी है। जिसका समय रहते इलाज जरूरी है।
1. मसूड़ों में इंफेक्शन के लक्षण –
स्वस्थ मसूड़ों की निशानी है कि वो दांतों के आसपास बिल्कुल टाइट होते है। वही “हेल्थि मसूड़ों” का कलर भी “गुलाबी” या “ब्राउन” या फिर “डार्क पिंक ” होता है।
* ऐसे अन्हेल्थि मसूड़ों की पहचान कैसे होगी जो कुछ इस प्रकार है।
मसूड़ों में सूजन
सुर्ख लाल, गाढ़े लाल रंग या फिर बैगनी कलर के मसूड़े दिखे तो यह बैकटेरिय की निशानी है।
ब्रुश करते वक़्त खून निकलना।
मुँह में बदबू जो कभी जाती नहीं।
चबाते वक़्त दर्द होना।
दांतों के बीच में गैप आ जाना।
– मसूड़ों के खराब होने की वजह प्लाक होता है। जो की जब बनता है जब आप खाना खाते है और वो स्टार्च और शुगर के साथ मिलकर मुँह में रहता है। और यही आपके दांतों और मसूड़ों को खराब करता है।
– ये दांतों के नीचे परत की तरह जम जाते है जो न की ब्रुश से हटते है। और इस कठोर परत को हटाने के लिए प्रोफारेशनल हेल्प की जरूरत है।
2. क्या है मसूड़ों की खराब होने की वजह –
गिंगईवीटिस्
खराब ओरल हैबिट
स्मोकिंग या तंबाकू
हॉर्मोनाल बदलाव जैसे प्रेगनेंसी या मेनोपॉज
विटामिन -सी की कमी
डाबेटीज, अर्थरिटिस
लो इम्यूनिटी
* इस तरह से करे मसूड़ों का बचाव –
मसूड़ों में अगर जरा सी भी समस्या पैदा हो रही है तो आप फौरन अपने डेंटिस्ट ( dentist) के पास जा के आपने दांतों में जमी कठोर परत को हटवाए।
नमक डालकर गुनगुने पानी से कुल्ला करें।
एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन करें।
और अगर कोई समस्या हो तो संपर्क करे
Dr. Yishita- 7007927099
Amit dental clinic,Jhalwa, prayagraj
10 am to 2 pm