योगासन के खिलाड़ियों को खेल कोटा में ‘सी’ ग्रेड की नौकरियां मिलेंगी
“योगासन” को प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में मान्यता देने और समूह ‘सी’ पदों में शामिल करने से अब योगासन के खिलाड़ियों को खेल कोटा में ‘सी’ ग्रेड की नौकरियां भी मिलेंगी। इसके लिए हम केंद्र सरकार एवं मान्यवर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी जी का और पूज्य स्वामी रामदेव जी का ह्रदय से आभार व्यक्त करते हैं, जो की वर्ल्ड योगासन के अध्यक्ष हैं।
माननीय महासचिव डॉ. जयदीप आर्य जी ने इस खुशखबरी को सभी राज्यों के साथ साझा किया एवं यह सन्देश दिया की केंद्रीय खेल एवं युवा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी निर्देश पत्र के माध्यम से जिसमे इसकी घोषणा की गई है, योगासन खेल जोकि भारत की सॉफ्ट पावर है, भारत के सांस्कृतिक उत्थान को, सांस्कृतिक गौरव को और आध्यात्मिक चेतना को बढ़ाने का कार्य भी करेगा ! इससे युवाओं मे जहां अनुसाशन पैदा होगा ,सामंजस्य पैदा होगा, वहा विश्वबंधुत्व का भारत का सन्देश पूरी दुनिया तक जाएगा और ये खेल सब प्रकार के धर्म, मजहब, जाति की दीवारों से ऊपर उठकर, पूरे विश्व के युवाओं को अपने साथ जोड़ने का कार्य करेगा|
“योगासन खिलाड़ियों को जहा केंद्रीय सरकार ने ‘C-ग्रेड ‘ के पदों पर खेल कोटा प्रदान किया है हम निवेदन करते है सभी राज्य सरकारों से कि वे भी अपने राज्य की नोकरियों मे योगासन खेल के खिलाड़ियों को भी स्पोर्ट्स कोटे मे आरक्षण दे और उन्हें कैश अवार्ड और उनके सर्टिफिकेट को ग्रेडशन भी प्रदान करें! उपरोक्त मांग डॉ जयदीप आर्य जी महासचिव, योगासन भारत, ने एक पत्र के माध्यम से सभी राज्यों के खेल निदेशालय से की हैं |”
एक ऐतिहासिक निर्णय में, भारत सरकार के युवा कार्य और खेल मंत्रालय ने “योगासन” को प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में आधिकारिक रूप से मान्यता दी है। यह घोषणा योगासन के विकास और प्रसारण में एक महत्वपूर्ण कदम को सूचित करती है।
राष्ट्रीय योगासन खेल संघ (NYSF) अब वर्तमान नाम “योगासन भारत” है और “योगासन भारत” को राष्ट्रीय खेल संघ (NSF) के रूप में मान्यता प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
भारत सरकार ने योगासन को प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में प्रोत्साहित करने के साथ-साथ, योगासन भारत को योगासन के लिए राष्ट्रीय प्रशिक्षण का आयोजन करने और अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ियों का चयन करने की जिम्मेदारी दी है। यह जानकारी मंडल कोआर्डिनेटर डॉ प्रशांत तिवारी प्रयागराज ने दी।