रावण ने श्री राम से युद्ध करने को मांगी पर्याप्त जगह
पवन यादव हैं रामलीला कमेटी, श्री दारागंज के रावण पात्र।
प्रयागराज.रावण ने मरने से पहले की दारागंज थाना अध्यक्ष से मांग। प्रयाग की अति प्राचीन रामलीला कमेटी श्री दारागंज रामलीला कमेटी के तत्वाधान में प्राचीन काल से, अलोपी बाग लीला ग्राउंड पर,श्री कटरा रामलीला कमेटी एवं श्री दारागंज रामलीला कमेटी का संयुक्त रावण वध होता है।दो प्रभु श्री राम से एक रावण युद्ध करते है। श्री कटरा रामलीला कमेटी के प्रभु श्री राम जी, रावण वध के समय अपना पैर पीछे खींच लेते हैं। क्योंकि रावण को वह अपना भांजा मानते हैं। इसीलिए पूरी दुनिया में कहीं भी रावण की शोभायात्रा नहीं निकलती। लेकिन प्रयाग में यह अंगूठी परंपरा आज भी जीवित है।ऋषि भारद्वाज मुनि के कारण यह कहना है कमेटी के मीडिया प्रभारी तीर्थराज पाण्डेय बच्चा भैया का इस अंनुठी प्राचीन परंपरा का निर्वहन करने वाले श्री दारागंज रामलीला कमेटी के रावण पात्र, पवन यादव जी अपना अनुभव कमेटी के सदस्यों से मीडिया प्रभारी से, साझा करते हुए कहा कि रावण बुराई का प्रतीक है।
लोगों में आज भी उसके प्रति गुस्सा है। जिसका नुकसान और घायल होने के खतरे से वह पिछले कई साल से जूझ रहा है। अपना अनुभव बताते हुए रावण के पात्र ने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व रावण वध के पूर्व ही पुतला जलाने की कोशिश हुई। जब हम रावण के रूप में उनको रोका तो हमारे साथ धक्का मुक्की हुई। विगत वर्ष सीता जी जब हमारे साथ कैद में थी। हम वह रोल निभा रहे थे तो,भी हमारे साथ धक्का मुक्की हुई। पहले वहां मैदान में बहुत बड़ी जगह हुआ करती थी। अब रामलीला करने की जगह बहुत छोटी हो गई है। दो दो राम से युद्ध करने में असुविधा होती है। जब हमारा वध हो जाता है तो,हम लेटे रहते हैं तो, पब्लिकसे लोग आकर हमारे ऊपर हमलावर हो जाते है। ऐसी स्थिति इस बार ना हो।इसलिए हमारी मांग है कि कमेटी व थाना अध्यक्ष,दारागंज से की,इस तरह की घटना दोबारा न होने पाए सामाजिक सौहार्द बिगड़ने न पाए, इसलिए इस बार हमारे आसपास सुरक्षा घेरा और दुरुस्त किया जाए। कमेटी के अध्यक्ष श्री कुल्लू यादव, महामंत्री जितेंद्र गौड़, उपाध्यक्ष अरविंद पाण्डेय,अशोक निषाद, हीरालाल यादव, विजय सोनकर, राहुल यादव, दिलीप मिश्रा,गोलू चौरसिया, मीडिया प्रभारी तीर्थराज पाण्डेय बच्चा भैया, कमेटी के अन्य पदाधिकारी, सदस्यों ने थाने की मीटिंग में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था। इस वर्ष रावण वध की लीला 12 तारीख को है। प्रयाग की दोनों प्राचीन रामलीला कमेटियों का वहां संगम होना है।अतः इस बार प्रशासन वहां पहले से व्यवस्था दुरुस्त करें यह मांग उसी दिन कमेटी ने की थी।