माघ मेले के पहले स्नान से पहले कार्यों को मंडलायुक्त ने परखा
पौष पूर्णिमा के प्रथम स्थान पर्व के दृष्टिगत मंडल आयुक्त ने सभी संबंधित विभागों की बैठक करते हुए उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की।
सर्वप्रथम सभी घाटों में अनिवार्य रूप से बैरिकेडिंग करा कर सर्कुलेटिंग एरिया की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। श्रद्धालुओं के सुगम स्नान हेतु इस वर्ष 14 घाट बनाए जा रहे हैं जिनकी कुल लंबाई 6000 रनिंग फीट से अधिक है।
मंडलायुक्त ने फीकल वेस्ट के सक्शन हेतु कार्य योजना बनाकर शौचालयों की सफाई कराने के निर्देश दिए तथा सभी उप जिलाधिकारियों को अपने-अपने सेक्टरों में बसी संस्थाओं में किस किस दिन शौचालयों का सक्शन हुआ है उसका एक चार्ट तैयार करने तथा संस्थाओं में शौचालयों की सफाई अपने आकंलन एवं डेट चार्ट के हिसाब से कराने के निर्देश दिए।
श्रद्धालुओं की समस्याओं के बेहतर निराकरण हेतु मेला कंट्रोल रूम में दो की जगह 5 लाइने शुरू करने तथा सभी विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सेक्टर वार उनके नाम, पदनाम एवं कार्य अवधि के साथ जानकारी सूचीबद्ध करके हर सेक्टर ऑफिस में उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
मेले के विभिन्न सेक्टरों का भ्रमण भी किया तथा महावीर पुल के पास उत्तरी दिशा में बनाए जा रहे स्नान घाट का विस्तार कर उसे दक्षिणी भाग में भी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
दिनांक 6 जनवरी को पौष पूर्णिमा के प्रथम स्थान पर्व से आरंभ हो रहे माघ मेला 2023 को सकुशल संपन्न कराने के दृष्टिगत मंडल आयुक्त विजय विश्वास पंत ने मेला अधिकारी अरविंद कुमार चौहान के साथ मेला प्राधिकरण कार्यालय स्थित आई ट्रिपल सी सभागार में सभी संबंधित विभागों की बैठक करते हुए उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। सर्वप्रथम पौष पूर्णिमा के प्रथम स्थान पर्व हेतु बनाए जा रहे विभिन्न घाटों की समीक्षा करते हुए उन्होंने सभी घाटों में अनिवार्य रूप से बैरिकेडिंग करा कर सर्कुलेटिंग एरिया की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। श्रद्धालुओं के सुगम स्नान हेतु इस वर्ष 14 घाट मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर बनाए जा रहे हैं जिनकी कुल लंबाई 6000 रनिंग फीट से अधिक है।
मंडलायुक्त ने मेले में सफाई व्यवस्था एवं शौचालयों को साफ रखने हेतु की गई व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की तथा शौचालयों से फीकल वेस्ट के सक्शन हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाई गई व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस कार्य हेतु एक कार्य योजना बनाकर शौचालयों की सफाई कराने के निर्देश दिए ताकि स्नान पर्व वाले दिन भी शौचालयों में सफाई व्यवस्था बनाने में कठिनाई ना हो। इसी क्रम में उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों को अपने-अपने सेक्टरों में बसी संस्थाओं में किस किस दिन शौचालयों का सक्शन हुआ है उसका एक चार्ट तैयार करने तथा संस्थाओं में शौचालयों की सफाई अपने आकंलन एवं डेट चार्ट के हिसाब से कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने जल निगम के अधिकारियों को संस्थाओं से लेकर शौचालयों तक सभी जगह जलापूर्ति सुनिश्चित करने तथा श्रद्धालुओं की समस्याओं के बेहतर निराकरण हेतु मेला कंट्रोल रूम में दो की जगह 5 लाइने शुरू करने के भी निर्देश दिए। साथ ही सभी विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सेक्टर वार उनके नाम, पदनाम एवं कार्य अवधि के साथ जानकारी सूचीबद्ध करके हर सेक्टर ऑफिस में उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए जिससे रेंडम इंस्पेक्शन के दौरान उनकी उपस्थिति सुनिश्चित की जा सके।
बैठक के पश्चात उन्होंने मेले के विभिन्न सेक्टरों का भी भ्रमण किया। सर्वप्रथम सेक्टर 3 के पीएसी कैंप में जाकर वहां बनाए गए शौचालयों की सफाई व्यवस्था की रैडम चेकिंग की। तत्पश्चात सेक्टर तीन एवं चार के विभिन्न घाटों का निरीक्षण कर प्रथम स्नान पर्व हेतु की जा रही तैयारियों का भी जायजा लिया। उन्होंने महावीर पुल के पास उत्तरी दिशा में बनाए जा रहे स्नान घाट का विस्तार कर उसे दक्षिणी भाग में भी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। मंडलायुक्त ने अरैल में बनाए जा रहे स्नान घाट तथा टेंट सिटी का भी निरीक्षण किया एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए।