सूर्या कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता युवाईएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम का संस्कारधानी जबलपुर, मुख्यालय मध्य भारत एरिया
और उसके अंतर्गत सैन्य संस्थानों का किया दौरा
रिपोर्ट उमा शंकर मिश्रा
जबलपुर
मध्य कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता ने 23 अप्रैल 2024 को जबलपुर छावनी का दौरा किया। उन्होंने 01 जुलाई 2024 को मध्य कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के रूप में कार्यभार संभाला हैं । कार्यभार सँभालने के बाद यह उनका पहला जबलपुर दौरा था ।
आर्मी कमांडर, सबसे पहले जबलपुर के वार मेमोरियल स्थल पर पहुँचे, जहाँ उन्होंने कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगाँठ के अवसर पर भारतीय सेना के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद वे मुख्यालय मध्य भारत एरिया पहुंचे, जहाँ उनका स्वागत मध्य भारत एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल पदम सिंह शेखावत द्वारा किया गया।
लेफ्टिनेंट जनरल पीएस शेखावत ने सेना कमांडर को मुख्यालय मध्य भारत एरिया और उसके अधीनस्थ सभी इकाईयों तथा प्रशिक्षण संस्थानों में चल रही ट्रेनिंग, प्रशासनिक और सामरिक तैयारियों के बारे में व्यापक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नई पीढ़ी के हथियारों के आगमन के साथ, भारतीय सेना भी नई तकनीकों का आविष्कार कर और मौजूदा प्रौद्योगिकियों को फिर से तैयार करके आधुनिकीकरण कर रही है। इस मौके पर आर्मी कमाण्डर द्वारा योग्य सैन्य कर्मियों को उनके अत्यंत समर्पण और उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशस्ति पत्र भी दिए गए ।
तत्पश्चात आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, मध्य भारत एरिया के अंतर्गत 1 सिग्नल ट्रेनिंग सेंटर पहुंचे। जहाँ उनका स्वागत ब्रिगेडियर टी सुरेश, कमांडेंट 1 सिग्नल ट्रेनिंग सेंटर द्वारा किया गया। ब्रिगेडियर टी सुरेश ने उन्हें सेंटर में चल रहे ट्रेनिंग और प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में अवगत करवाया। अपनी विजिट के दौरान आर्मी कमांडर ने अग्निवीरों के सैन्य प्रशिक्षण के साथ-साथ उपलब्ध उन्नत प्रशिक्षण सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए सिग्नल ट्रेनिंग सेंटर की परिचालन तैयारियों, आईटी लैब्स, ढांचागत विकास, उपकरणों एवं उनके भंडारण स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने अग्निवीरों के प्रशिक्षण को करीब से देखा और उन्हें पेशेवर सैनिकों में बदलने के लिए प्रदान की जा रही सुविधाओं की भी समीक्षा की।
इसके बाद आर्मी कमांडर ने मध्य भारत एरिया के अंतर्गत 506 आर्मी बेस वर्कशॉप का दौरा किया। जहाँ ब्रिगेडियर के के शर्मा, कमांडेंट 506 आर्मी बेस वर्कशॉप ने आर्मी कमांडर को 506 आर्मी बेस वर्कशॉप में चल रही परिचालन तैयारियों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी, उन्होंने बताया की भारत सरकार द्वारा रक्षा क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ के तहत स्व-उत्पादन को उच्च स्तर पर बढ़ाने के लिए जोर दिया जा रहा है, इसके अंतर्गत 506 आर्मी बेस वर्कशॉप भारतीय सेना के द्वारा उपयोग किए जाने वाले अति उन्नत शस्त्रों के भंडारण एवं उनके रख-रखाव हेतु एक प्रमुख संस्थान है। विजिट के दौरान, उन्होंने वर्कशॉप में हथियारों एवं उपकरणों के उचित रख-रखाव सम्बंधित तैयारियों का जायजा लिया । इसके अतिरिक्त आर्मी कमांडर ने देश के सबसे बड़े गोला-बारूद डिपो सीओडी, जबलपुर का भी दौरा किया। आर्मी कमांडर को सीओडी जबलपुर के कमांडेंट और अधिकारियों ने चल रही परिचालन और प्रशासनिक तैयारियों के बारे में जानकारी दी। आर्मी कमांडर की सीओडी जबलपुर की विजिट अपने रक्षा कर्मियों और उपकरणों के लिए रखरखाव, आपूर्ति और रसद समर्थन के उच्चतम मानक सुनिश्चित करने में सेना की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालती है।
मध्य कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता ने भारतीय सेना और इसके आधुनिकीकरण की व्यापकता और सेवाओं को विकसित करने में इकाइयों द्वारा प्रदर्शित तकनीकी कौशल की सराहना की। उन्होंने सभी रैंकों से शारीरिक फिटनेस, उपकरणों का उचित रख-रखाव और युद्ध कौशल के उच्च मानक बनाए रखने का भी आह्वान किया। विजिट के दौरान आर्मी कमांडर ने सैनिकों के साथ बातचीत की और उन्हें जोश के साथ काम जारी रखने और भविष्य की किसी भी चुनौती के लिए तैयार रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मध्य भारत एरिया की परिचालन तैयारियों की अत्यधिक सराहना की और लेफ्टिनेंट जनरल पदम सिंह शेखावत को सभी क्षेत्रों में उन्नति एवं विकास के लिए बधाई दी।उनकी यह विजिट सेना के भीतर उच्च स्तर की तत्परता और दक्षता बनाए रखने के महत्व को रेखांकित करती है।