*मुख्य लोको बिजली इंजीनियर उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज ने*
*लॉबी का किया निरीक्षण*
मेगा सेफ्टी ड्राइव के तहत
मुख्य लोको बिजली इंजीनियर उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज ने
लॉबी का गहन निरीक्षण किया
तदुपरान्त
संरक्षा संगोष्ठी
के माध्यम से
सामूहिक रूप से
लोको निरीक्षक, लोको पायलट एवं सहायक लोको पायलटों को संरक्षा के गुर सिखाये ।
संयुक्त लोको पायलट एवं गार्ड लॉबी में संरक्षा संगोष्ठी का आयोजन किया गया, संरक्षा संगोष्ठी में 55 रनिंग कर्मी एवं 20 मुख्य लोको निरीक्षक एवं अधिकारीगण में शामिल हुये, मुख्य अतिथि मुख्य बिजली लोको इंजीनियर प्रयागराज एच. एम. शर्मा रहे
जिन्होंने लोको पायलटों से संरक्षित संचालन एवं एसपीएडी/दुर्घटना से बचाव के लिए सिगनल को अंतिम क्षण तक निगाह बनाये रखने, विभिन्न प्रकार वैगन एवं उनके ब्रेकिंग सिस्टम, डीएफसीसीएल में संरक्षित संचालन हेतु कई बिन्दुओं पर वृहत चर्चा की, डीएफसीसीएल में होने वाले अनियमितताओं को उजागर कर उनके निराकरण पर बल दिया गया ।
संगोष्ठी में वरिष्ठ मण्डल बिजली इंजीनियर (परिचालन) प्रयागराज ने कहा की सिगनलों की अवहेलना कदापि नहीं होनी चाहिये
सिग्नल संकेत के अनुसार गाड़ी की गति को नियंत्रित करें ।
मण्डल बिजली इंजीनियर (परिचालन) प्रयागराज ने रनिंग कर्मियों को मुख्यालय व रनिंग रूम में पूर्ण विश्राम कर ड्यूटी आने पर बल दिया, मुख्य लोको निरीक्षक मुख्यालय राजीव गुप्ता ने हाल ही में हुये स्पैड प्रकरण पर चर्चा की ।
संगोष्ठी में
जी सी पाण्डेय, विष्णु देव, धर्मेश अग्रहरि,वरुण कुमार,ओ पी एस कुशवाहा आदि मुख्य लोको निरीक्षक, लोको पायलट मेल/पैसेन्जर/ माल एवं सहायक लोको पायलटों ने अपने-अपने अनुभव को साझा किया, संगोष्ठी में संरक्षा के सभी बिन्दुओं पर गहन मंथन किया गया, जिससे नव नियुक्त रनिंग कर्मियों में ऊर्जा का संचार हुआ।
संगोष्ठी के संचालन कर्ता वरिष्ठ क्रू नियंत्रक (परि0) वासुदेव पाण्डेय ने सभी लोको पायलटों को शार्ट-कट तरीके न अपनाने, ओवरशूटिंग व ओवरस्पीडिंग की घटना की पुनरावृति न होने के लिये जागरूक किया।
मेगा सेफ्टी ड्राइव के तहत ट्रिप शेड व रनिंग रूम का भी निरीक्षण कर सभी को संरक्षा के प्रति सचेत किया गया ।