महात्मा गांधी के विचार आज अधिक प्रासंगिक -प्रोफेसर सीमा सिंह
मुविवि ने महात्मा गांधी तथा लाल बहादुर शास्त्री को जयंती पर किया याद
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के मानविकी विद्या शाखा के तत्वावधान में रविवार को विश्वविद्यालय के यमुना परिसर में स्थित त्रिवेणी सामुदायिक केंद्र पर गांधी जयंती समारोह के अवसर पर बापू के प्रिय भजनों का पाठ किया गया। समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि हमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के दिखाए हुए रास्ते पर चलना चाहिए। कहा कि आज की संघर्षरत दुनिया में महात्मा गांधी के विचार अधिक प्रासंगिक होते जा रहे हैं।
उन्होंने सभी को समानता का अधिकार दिये जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमारा मुक्त विश्वविद्यालय प्रदेश का इकलौता ऐसा विश्वविद्यालय है जो प्रदेश के सभी वर्ग के लोगों को शिक्षा प्रदान कर रहा है। गांधी जी के सपनों को साकार करने में विश्वविद्यालय निरंतर प्रयासरत है। इस अवसर पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर उन्हें याद करते हुए कहा कि उनकी सादगी हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने ‘जय जवान जय किसान’ विचार को आज भी प्रासंगिक बताते हुए कहा कि देश को आगे ले जाने में शास्त्री जी की प्रभावशाली भूमिका रही है।
प्रारंभ में कुलपति का स्वागत समारोह के समन्वयक तथा मानविकी विद्या शाखा के निदेशक प्रोफेसर सत्यपाल तिवारी ने किया। आयोजन सचिव डॉ अतुल कुमार मिश्र ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की तथा धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक प्रोफेसर विनोद कुमार गुप्ता ने किया।
जयंती समारोह में सौहार्द पूर्ण कार्यक्रम के अंतर्गत सकारात्मक ऊर्जा और शांति के महत्व के साथ साथ खुला मंच का आयोजन किया गया ,जिसमें सभी ने विश्वविद्यालय के विकास और गतिविधियों पर अपने अपने विचार रखे। आयोजन सचिव डॉ अतुल मिश्रा ने कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह को महात्मा गांधी की पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ भेंट की।
इसके पूर्व विश्वविद्यालय की कुलपति ,अधिकारी, कुलसचिव, निदेशक गण, शिक्षकों, कर्मचारी और छात्रों ने दोनों महान विभूतियों को पुष्पांजलि अर्पित की । इस अवसर पर विश्वविद्यालय परिवार ने आसन पद्धति में बैठकर रघुपति राघव राजा राम, वैष्णव जन को तेने कहिए पीर पराई जाने ये इत्यादि बापू के प्रिय भजनों का पाठ किया।
समारोह में कुलसचिव प्रो पी पी दुबे, प्रो जीएस शुक्ला प्रो पीके पांडे, प्रो एस पी तिवारी, प्रो रुचि बाजपेई, प्रो वीके गुप्ता, प्रो छत्रपाल सिंह, प्रो जे पी यादव, डॉ श्रुति, डॉ दिनेश सिंह, डॉ स्मिता अग्रवाल, डॉ साधना श्रीवास्तव, डॉ शिवेंद्र प्रताप सिंह, डॉ अनिल यादव, डॉ प्रभात चंद्र मिश्र एवं इंदु भूषण पांडेय आदि उपस्थित रहे।