बच्चों में डाले जाएं जोरावर और फतेह सिंह जैसे संस्कार -डॉ सिंह
रिपोर्ट:कुलदीप शुक्ला
निबंध प्रतियोगिता में दिग्विजय, विशाल एवं संजय विजेता,उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में सोमवार को मानविकी विद्या शाखा के तत्वावधान में वीर बाल दिवस के अवसर पर साहिबजादा जोरावर सिंह एवं साहिबजादा फतेह सिंह का व्यक्तित्व विषय पर व्याख्यान एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता डॉ एस पी सिंह सह अचार्य, संस्कृत, सीएमपी डिग्री कॉलेज, प्रयागराज ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह के दो छोटे साहिबजादा जोरावर सिंह फतेह सिंह का बलिदान वय में छोटे होने से अधिक अनुकरणीय एवं महत्व रखता है। शिक्षा के माध्यम से बच्चों में जोरावर और फतेह सिंह जैसे संस्कार डाले जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि सिखों के संस्कार उदात्त होते हैं। मुगल शासक जब भय के कारण धर्म परिवर्तन करा रहे थे तब भी दोनों बालक अपने धर्म से डिगे नहीं और उन्होंने शहादत स्वीकार की।
अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि आज हम सभी को यह कोशिश करनी चाहिए कि बालकों में ऐसे संस्कार भरें जो देशभक्ति से ओतप्रोत हों। ऐसे वातावरण का सृजन करें जिससे हमारे नौजवान देश के लिए समर्पित रहें। वीर बाल दिवस पर जोरावर सिंह और फतेह सिंह की शहादत का स्मरण कराने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।
अतिथियों का स्वागत तथा कार्यक्रम के बारे में मानविकी विद्या शाखा के निदेशक प्रोफेसर सत्यपाल तिवारी ने जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ साधना श्रीवास्तव तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर विनोद कुमार गुप्त ने किया।
इस अवसर पर संस्कृति की रक्षा में सिखों का योगदान विषय पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें शोध छात्र दिग्विजय सिंह ने प्रथम, विशाल भारतीय ने द्वितीय तथा संजय सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजयी प्रतिभागियों को कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह एवं मुख्य वक्ता डॉ एस पी सिंह ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।