विद्या भारती द्वारा आयोजित क्षेत्रीय अंग्रेजी प्रशिक्षण में राष्ट्रीय निति 2020 की जानकारी दी गई
विद्या भारती द्वारा आयोजित क्षेत्रीय अंग्रेजी प्रशिक्षण वर्ग सरस्वती विद्या मंदिर माधव ज्ञान केंद्र नैनी प्रयागराज में 22 से 26 जून 2023 तक चल रहा है दूसरे दिन के प्रथम सत्र में मिथिलेश अवस्थी प्रदेश निरीक्षक जन शिक्षा समिति अवध प्रांत ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का कक्षा कक्ष में क्रियान्वयन विषय पर वर्ग में उपस्थित सभी शिक्षार्थियों को जानकारी दी ,आपके अनुसार कक्षा कक्ष में जाने से पूर्व आपका मन पूर्णतया शिक्षण हेतु तैयार होना चाहिए ,वेशभूषा व्यवस्थित होनी चाहिए ,सहायक पुस्तक स्वयं की ले जाना चाहिए ,संकेतक का प्रयोग करना चाहिए ,कक्षा प्रबंधन ठीक हो इसके पश्चात पाठ योजना के अनुसार शिक्षण को श्यामपट्ट कार्य पूरा कर आगे बढ़ाना चाहिए।दूसरे दिन का प्रथम सत्र से पूर्व सरस्वती जी के चित्र पर पुष्पाअर्चन, दीप प्रज्वलन एवं वंदना के साथ प्रारंभ हुआ । आज दूसरे सत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में डॉक्टर मिथलेश अवस्थी ने प्रकाश डाला आपने बताया कि शिक्षण अध्यापक केंद्रित नहीं बल्कि विद्यार्थी केंद्रित होना चाहिए, शिक्षण आनंदमई हो, खेल खेल में शिक्षा हो जाए ऐसी व्यवस्था के साथ-साथ देश प्रेम की भावना से विद्यार्थी ओत प्रोत हो, आपने विशेष रूप से विद्या भारती की पंचपदी शिक्षा अर्थात आदिति , बोध ,अभ्यास ,प्रयोग ,प्रसार का विस्तृत वर्णन किया ।
तृतीय सत्र में आपने आदर्श पाठ योजना कैसे बनाई जाए, तथा क्यों बनाना आवश्यक है इस पर प्रकाश डाला ।
चतुर्थ सत्र में डॉ डॉक्टर शमा परवीन इंचार्ज प्रोफेसर इंग्लिश लैंग्वेज ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट ,श्रीमती इंद्रावती असिस्टेंट प्रोफेसर एवं श्रीमती कृष्णा कुमारी प्रवक्ता जिन्होंने अंग्रेजी को अंग्रेजी भाषा में शिक्षण किया जाए पर अपना व्याख्यान दिया ताकि छात्र भी अपनी भावनाओं को अंग्रेजी भाषा में व्यक्त कर सके । पांचवें सत्र में शारीरिक एवं योग शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला गया ।इस अवसर पर विद्या भारती काशी प्रांत के संगठन मंत्री डॉ राम मनोहर जी ,भारतीय शिक्षा समिति पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रदेश निरीक्षक शेषधर द्विवेदी जी ,सचिव भारतीय शिक्षा परिषद लखनऊ एवं क्षेत्रीय संयोजक कार्यकर्ता प्रशिक्षण एवं विद्या भारती मानक परिषद प्रमुख दिनेश कुमार जी ,संभाग निरीक्षक लखनऊ गोपाल तिवारी, विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ विंध्यवासिनी प्रसाद त्रिपाठी एवं विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।