राष्ट्रीय सेवा योजना, इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा विज्ञान संकाय परिसर में चलाया गया स्वक्षता पखवाड़ा
राष्ट्रीय सेवा योजना, इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा विज्ञान संकाय परिसर में आयोजित “स्वच्छता पखवाड़ा” में बोलते हुए विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. नरेंद्र कुमार शुक्ल ने कहा की हमें न तो स्वयं गंदगी करनी चाहिए और न ही दूसरों को गंदगी करने देना चाहिए। स्वच्छता की मुहिम को हमें अपने आप से, अपने परिवार से, अपने इलाके से, अपने गांव से और अपने कार्यस्थल से शुरू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया में जो देश साफ-सुथरे दिखते हैं वह इसलिए साफ सुथरा दिखते हैं क्योंकि उनके नागरिक गंदगी नहीं फैलाते और न ही गंदगी करने देते हैं। यही दृढ़ विश्वास स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव गांव और कस्बे कस्बे में प्रसारित होना चाहिए।
इस अवसर पर स्वयंसेवकों को स्वच्छता की शपथ दिलाते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रो. आशीष खरे ने कहा की हमें स्वयं ही नहीं अपने जैसे अन्य 100 लोगों को भी स्वच्छता संकल्प के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। स्वच्छता की दिशा में हमारा हर कदम हमारे देश को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि इस स्वच्छता के साथ-साथ डिजिटल सफाई भी हमारी ही जिम्मेदारी है। सोशल मीडिया पर हमें उपयोगी चीजें ही डालनी चाहिए। अनुपयोगी सूचनाये और डाटा, इंटरनेट वर्ल्ड में एक प्रकार का प्रदूषण ही पैदा करता है। जिससे उपयोगी सूचनाओं को प्राप्त करने में कठिनाई होने लगती है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के समन्वयक डॉ. राजेश कुमार गर्ग ने कहा कि हमें स्वच्छ भारत मिशन में अपना योगदान सक्रिय रूप में देना चाहिए। कचरे को कूड़ेदान में ही डालना चाहिए। गीले कचरे को हरे रंग के कूड़ेदान में और सूखे कचरे को नीले रंग के कूड़ेदान में डालने की हमारी चेष्टा इस दिशा में हमें सफल बनायेगी।
कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रविंद्र प्रताप सिंह जी ने जबकि धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रमोद कटारा जी ने किया। इस अवसर पर विज्ञान संकाय के सभी कार्यक्रम अधिकारी मौजूद रहे। इस अवसर पर मौजूद डॉ. अवनीश कुमार चतुर्वेदी डॉ. अभय प्रताप पांडेय, डॉ. शशिकांत शुक्ल, डॉ. ज्ञान प्रकाश यादव जी ने छात्रों से इस अभियान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में पधारे अतिथियों कुलसचिव प्रो. नरेंद्र कुमार शुक्ल और जे. के. इंस्टीट्यूट के प्रो. आशीष खरे जी ने हाथ में झाड़ू लेकर सांकेतिक रूप में स्वच्छता अभियान में प्रतिभाग भी किया।