ओंकार सेवा समिति के तत्वावधान में प्रयाग गौरव सम्मान एवं विचार गोष्ठी का हुआ आयोजन
ओंकार सेवा समिति के तत्वावधान में हिंदुस्तानी एकेडमी में प्रयाग गौरव सम्मान हेतु विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया तथा विशिष्ठ जानो को प्रयाग गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया l कार्यक्रम का सुभारम्भ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती के प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुआ इस अवसर पर दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के राजनीत विभाग के प्रोफेसर अमित कुमार उपाध्याय, ज्योतिषाचार्य अश्विनि कुमार द्विवेदी, डा. बीनू सिंह , दंत चिकित्सक डा. रंजन बाजपेई, उत्तर प्रदेश राज्य ललित कला अकादमी की निदेशक डा. श्रद्धा शुक्ला , डा. वंदना उपाध्याय तथा डा. मनोज कुमार यादव को प्रयाग गौरव सम्मान प्रदान किया गया
कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वामी हरिचैतन्यब्रह्मचारी ने एव॔ कार्यक्रम के मुख्यअतिथि उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो गिरीश चंद्र त्रिपाठी तथा विशिष्ठ अतिथि डा. राम मूर्ति पाठक थे l
अपने मुख्य अतिथीय उद्बोधन में प्रो. गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने कहा की प्रयाग का गौरव भरद्वाज ऋषि की तपस्या एवं चंद्रशेखर आजाद की शहादत सतत याद दिलाता रहता है । प्रयाग का विश्विद्यालय एवं यहाँ के मेधावी छात्र जिस भी क्षेत्र में कार्य कर रहे है प्रयाग का गौरव प्रदर्शित करते रहते है l
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में स्वामी हरिचैतन्य ब्रह्मचारी ने कहा की आदि गुरु शंकराचार्य एवं मण्डन मिश्र का शास्त्रार्थ पृथ्वी का सबसे बड़ा शास्त्रार्थ था ,उन्होंने इस पूरे कथा वृतांत का वर्णन किया l
प्रो. राममूर्ति पाठक अपने उद्बोधन में मीमांसा दर्शन के प्रकरणों का उल्लेख करते हुए कुमारिल भट्ट के वृतांत का वर्णन किया। इसके पूर्व डा. अरुण कुमार त्रिपाठी ने प्रयाग गौरव विषय का प्रवर्तन करते हुए कुंभ की महत्ता पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर मृतुन्जय सिंह ,लव वर्मा , प्रभात त्रिपाठी , विनय दुबे, विवेक पांडे , प्रखर सिंह , प्रशांत कुमार पांडेय , अभिषेक मिश्र , डा. रजनीश तिवारी , आदि सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन डा. सुनील शुक्ला ने तथा आभार ज्ञापन लक्ष्मीकांत पांडेय ने किया l