दरबारे सफ़वी के एक रोजा उर्स दूर दराज़ से पहुँचे अकीदतमंदमु,ल्क में अमन, शांति व भाइचारे की मांगी गई दुआएं
प्रयागराज। दरबारे सफ़वी खानकाह शाहनूर अली गंज में हज़रत मौलाना मोहिबुल्लाह शाह अलमरूफ़ हकीम मोहम्मद हामिद चिश्ती, निज़ामी, सफ़वी, क़ादरी का एक रोज़ा सालाना उर्स अकीदत व रस्मो के साथ रविवार को सम्पन्न हुआ।
उर्स का आगाज सुबह फ़ज़र की नमाज़ के बाद कुरानख्वानी से शुरू हुआ।
सुबह 10 बजे ग़ुस्ल, गागर, चादर की रस्म कब्रिस्तान काला डंडा हिम्मतगंज में पूरी हुई।
महफ़िल शमा बाद नमाज़े जोहर (2:00pm) शुरू हुई जिसमें हिंदुस्तान के मशहूर कव्वाल मोइन ताज (उन्नाव) व कव्वाल इब्राहीम (जबलपुर) ने अपने अपने कलाम से महफ़िल में आये ज़ायरीनों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
महफिले शमा के बाद 3 बजकर 55 मिनट पर कुल की फातेहा के साथ उर्स सम्पन्न हुआ।
उर्स की सभी रस्मे दरबारे सफ़वी के सज्जादानशीन अल्हाज हकीम रिज़वान हामिद सफ़वी की सदारत में पूरी हुई।
उर्स के मौके पर मेराज अहमद बाबा सज्जादह नशीन दरबार बुनियादी जबलपूर खादिम बाबा जमाली जबलपूर बाबा मोईन अखतर दरबार सफवी जबलपूर मो. शदाब भोपाल रशीद खाँ भोपाल –
मोहम्मद रेहान सफवी । मो. सलमान सफ़वी मो. नजमुस साकिब सफ़वी के अलावा
भोपाल जबलपुर नरसिंहपुर मिर्जापुर भदोही के साथ दूर दराज से भी काफी जायरीन उर्स में पहुंचे। जहां पर दुआओं में मुल्क में अमन, शांति, भाईचारा कायम रहे इसकी विशेष दुआ की गई।