देवशयनी एकादशी पर आदिकेशव को नमन,नमामि गंगे ने जनकल्याण की कामना से उतारी आदिकेशव की आरती
सुशील कुमार मिश्र
उजाला शिखर वाराणसी
देवशयनी एकादशी पर बुधवार को नमामि गंगे के सदस्यों ने भगवान आदिकेशव की आरती उतार कर जन कल्याण की कामना की । श्री हरि को प्रिय तुलसी जी के पौधे का वितरण करके पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाई । आदिकेशव घाट पर सफाई अभियान चलाया । देश में सुख-समृद्धि व गंगा निर्मलीकरण की गुहार लगाकर आदिकेशव को फल व मिष्ठान का भोग लगाया। भगवान विष्णु के योग निद्रा में जाने और चातुर्मास के प्रारंभ होने के दिन श्रीहरि व मां लक्ष्मी की उपासना की गई। मंदिर परिसर में ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः , आरती कुंज बिहारी की श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की, ॐ जय जगदीश हरे की गूंज रही । टीम के सदस्यों ने काशी का द्वार कहे जाने वाले आदिकेशव तीर्थ पर सफाई की । लोगों से स्वच्छता बनाए रखने की अपील की । नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि देवशयनी एकादशी के दिन श्री हरि और माता लक्ष्मी की उपासना करने से जीवन में सुख-एवं समृद्धि की प्राप्ति होती और सभी दुःख दूर हो जाते हैं। कहा कि पवित्र आदिकेशव तीर्थ की स्वच्छता बनाए रखना हम सभी का दायित्व है । स्वच्छता को हमें व्यवहार में अपनाना चाहिए। स्वच्छता से बिमारियां दूर भागती है । आयोजन में नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर सहसंयोजक सरिका गुप्ता, आदि केशव मंदिर के पुजारी विनय त्रिपाठी, दिवाकर मिश्रा, साक्षी त्रिपाठी व बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।