सावन के पहले सोमवार पर शिव मंदिरों में उमड़ी भीड़, एक लोटा जल सभी समस्याओं का अंत
प्रयागराज सावन के पहले सोमवार पर शिव मंदिरों में उमड़ी भीड़, एक लोटा जल सभी समस्याओं का अंत, कीजिए मनकामेश्वर महाराज की आरती के दिव्य दर्शन सावन मास के पहले सोमवार के मौके पर प्रयागराज के शिवालयों में भी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। सुबह से ही श्रद्धालु बड़ी संख्या में शिवालयों में भगवान भोले शंकर का जलाभिषेक कर रहे हैं।
श्रद्धालु लाइनों में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते भी नजर आ रहे हैं। श्रावण का पवित्र महीना भगवान भोले शंकर का माना जाता है। इसलिए इस मास में भगवान भोले शंकर की पूजा अर्चना और रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है। श्रावण मास को लेकर यमुना तट पर स्थित प्राचीन और पौराणिक मनकामेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है।
भगवान भोले के भक्त उन्हें जो वस्तुएं प्रिय हैं गंगाजल, बेलपत्र, दूध.और शहद आदि से उनका अभिषेक कर रहे हैं। मनकामेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालु वर्षों से आ रहे हैं। लोगों की ऐसी आस्था और विश्वास है कि यहां आने और पूजा अर्चना करने से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। वहीं सावन के पहले सोमवार के मौके पर दशाश्वमेध घाट पर भी बड़ी संख्या में कावड़िए गंगा जल भरने पहुंच रहे हैं।
श्रावण मास में पड़ने वाले सोमवार को लेकर संगम नगरी प्रयागराज के शिवालयों में खास तैयारी की गई है। विश्व प्रसिद्ध प्राचीन और पौराणिक मनकामेश्वर महादेव मंदिर में प्रशासन की ओर से सीसीटीवी कैमरे और बैरीकेटिंग लगाई गयी है। सुरक्षा के लिए पुलिस के साथ आर एफ एफ और एंटी सोबेटाज चेकिंग लगाई गई है। वहीं पूरे मंदिर परिसर की सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जा रही है।
मनकामेश्वर मंदिर में भगवान राम ने भी काम को भस्म कर पूजा अर्चना की थी। इसलिए इसे कामेश्वर तीर्थ के रूप में भी जाना जाता है। मंदिर के महंत ब्रह्मचारी श्री धरानंद महाराज के मुताबिक पूरे सावन भर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ रहती है। खासतौर पर श्रावण मास में पड़ने वाले सोमवार, प्रदोष और नाग पंचमी को शिव भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। उनके मुताबिक इस दिन श्रद्धालुओं को केवल जलाभिषेक की अनुमति होती है। लेकिन रुद्राभिषेक अन्य दिनों में कराया जा सकता है। जो शिव भक्त प्रयागराज से दूर हैं या फिर विदेशों में रह रहे हैं। वे भी रुद्राभिषेक का संकल्प लेकर वर्चुअली रुद्राभिषेक कर सकते हैं।