- महाप्रबंधक ने साप्ताहिक संरक्षा और समीक्षा बैठक आयोजित की
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महाप्रबंधक ने भारतीय रेल नवाचार नीति के तहत स्टार्ट अप को आकर्षित करने का दिया निर्देश
स्टार्टअप के साथ आने के लिए युवाओं को करें शामिल: महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे
महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे की अध्यक्षता में आज आयोजित साप्ताहिक संरक्षा और समयपालन बैठक माननीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा लॉंच किए गए “भारतीय रेलवे नवाचार नीति- रेलवे के लिए स्टार्टअप्स” के क्रियानवयन पर केंद्रित रही।
मंडल रेल प्रबंधकों को निर्देश देते हुए महाप्रबंधक श्री प्रमोद कुमार ने कहा कि संभावित स्टार्टअप की पहचान की जानी चाहिए और नीति को सभी हितधारकों विशेषकर युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाया जाना चाहिए। श्री कुमार ने मंडल रेल प्रबंधकों को संभावित स्टार्टअप के साथ बैठकें आयोजित करने और उन्हें अपने विचारों के साथ आगे आने में सुविधा प्रदान करने की बात कही।
इसके अलावा, महाप्रबंधक ने यह भी कहा कि अधिक प्रॉबलम स्टेटमेंट की पहचान करने और रेलवे बोर्ड को भेजने की आवश्यकता है, जिसके लिए स्टार्टअप द्वारा नवाचारों को आमंत्रित किया जा सकता है।
ज्ञात हो कि, कल माननीय रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, श्री अश्विनी वैष्णव ने रेल भवन, नई दिल्ली में “रेलवे के लिए स्टार्टअप” लॉन्च किया था।
भारतीय रेलवे की नवाचार नीति का मुख्य विवरण इस प्रकार है: –
• माईलस्टोन वार भुगतान के प्रावधान के साथ समान साझेदारी के आधार पर नवोन्मेषक को 1.5 करोड़ का अनुदान।
• पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और उद्देश्यपूर्ण बनाने के लिए प्रॉबलम स्टेटमेंट के प्रारंभ से लेकर प्रोटोटाइप के विकास तक निर्धारित समय-सीमा के साथ प्रक्रिया ऑनलाइन है।
• रेलवे में प्रोटोटाइप का ट्रायल किया जाएगा। प्रोटोटाइप के सफल प्रदर्शन के आधार पर आगे लागू करने की स्थिति में अग्रिम हुई धनराशि प्रदान की जाएगी।
• नवप्रवर्तकों का चयन एक पारदर्शी और निष्पक्ष प्रणाली द्वारा किया जाएगा जिसे रेल मंत्री द्वारा आज उद्घाटन किए गए ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा।
• विकसित इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी अधिकार (आईपीआर) इनोवेटर के पास ही रहेंगे।
• इनोवेटर को सुनिश्चित डेवलेपमेंट ऑर्डर।
• विलम्ब से बचने के लिए मंडलीय स्तर पर संपूर्ण उत्पाद विकास प्रक्रिया का विकेंद्रीकरण।
नई नवाचार नीति के माध्यम से समाधान हेतु 11 प्रॉबलम स्टेटमेंट की पहचान की गई है और इनको पोर्टल पर अपलोड किया गया है। ये निम्नवत हैं;-
।. ब्रोकेनरेल जांच प्रणाली
ii. रेल स्ट्रेस निगरानी प्रणाली
iii. भारतीय रेलवे राष्ट्रीय एटीपी प्रणाली के साथ इंटरऑपरेबल उपनगरीय खंड के लिए हेडवे सुधार प्रणाली
iv. ट्रैक निरीक्षण गतिविधियों का ऑटोमेशन
v. हैवी हॉल फ्रेट वैगनों के लिए बेहतर इलास्टोमेरिक पैड (ईएम पैड) का डिजाइन
vi. 3-फेज इलेक्ट्रिक इंजनों के ट्रैक्शन मोटर्स के लिए ऑनलाइन कंडीशन मॉनिटरिंग सिस्टम का विकास
vii. नमक जैसी वस्तुओं के परिवहन के लिए हल्के वैगन
viii. यात्री सेवाओं में सुधार के लिए डिजिटल डेटा का उपयोग करके विश्लेषणात्मक टूल का विकास
ix. ट्रैक सफाई मशीन
x. स्वयं सेवा पुनश्चर्या पाठ्यक्रमों एवं प्रशिक्षण उपरांत रिवीज़न के लिए ऐप
xi. पुल निरीक्षण के लिए रिमोट सेंसिंग, जियोमैटिक्स और जीआईएस का उपयोग
मंडल रेल प्रबंधकों ने सूचित किया कि वे इस अवसर का लाभ उठाकर युवाओं को आकर्षित करने और राष्ट्र के विकास में भागीदार बनने के लिए विभिन्न स्तरों पर बैठकों की योजना बना रहे हैं।
बैठक में उठे अन्य मुद्दों में परिसंपत्ति विफलताओं के कारण पिछले सप्ताहों में समयपालन पर प्रभाव और उनको नियंत्रित करने के लिए किए गए उपाय शामिल थे।
बैठक में अपर महाप्रबंधक श्री रंजन यादव, सभी प्रमुख विभागाध्यक्ष एवं मुख्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मंडल रेल प्रबंधक ने अपने मंडलों के वरिष्ठ अधिकारियों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया।