एक दिवसीय अंतरराज्यीय ज्योतिषीय सम्मेलन का हुआ आयोजन
रिपोर्ट उमा शंकर मिश्रा
ज्योतिषशास्त्र सकारात्मकता एवं समृद्धि की वृद्धि हेतु वैज्ञानिक प्रमाणिता रखती है जिसे कौशल युक्त नवीन पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाना आवश्यक है- श्री रत्नेश सोनकर, जिला अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी।
मातेश्वरी समाज समिति जबलपुर एवं विश्वविद्यालय व्यावसायिक अध्ययन एवं कौशल विकास संस्थान और संस्कृत पाली विभाग, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय इंटरस्टेट एस्ट्रोलॉजिकल कॉन्फेंस के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि श्री रत्नेश सोनकर जिला अध्यक्ष, जबलपुर,डॉ लखन दहिया, एस्ट्रोलॉजर विशिष्ट अतिथियो ने अपने अपने उद्बोधन में कहा कि ज्योतिष शास्त्र अंध विश्वास नहीं विज्ञान है जिसके अध्ययन से आगामी भविष्य को तैयार करता है।रत्न एवं रुद्राक्ष सकारात्मक शक्ति प्रदान करता है।
विशिष्ट अतिथि श्री हेमचंद्र पांडेय वरिष्ठ ज्योतिषी, भोपाल ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि ज्योतिष एक विज्ञान है जिसे कौशल युक्त नवीन वैज्ञानिक रूप छात्र छात्राओं को कौशल ज्ञान देना जरूरी है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता उद्बोधन रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव प्रो. सुरेंद्र सिंह ने का कि छात्र-छात्राओं को जेमोलोजी की मूल तकनीकि को सीखने की प्रेरणा दिया जाना आवश्यक है एवं जीवन में रत्न के महत्व को बताया एवं कहा कि आनंदपूर्ण जीवन हेतु ज्योतिष महात्वपूर्ण है ज्योतिष के क्षेत्र में नौकरी के बहुयामी अवसर प्रदान करता है।
सारस्वत अतिथि प्रो अखिलेश पांडे, पूर्व कुलपति, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन ने बताया कि ज्योतिष विज्ञान के माध्यम से लोगों में जीवन के लक्ष्य की प्राप्ति में सहायक होता है।
मातेश्वरी समाज समिति की संस्थापक संगीता शर्मा, प्रख्यात एस्ट्रोलॉजर ने कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत की साथ ही छात्र-छात्राओं को इस परंपरागत एवं कौशल ये युक्त विषय की ट्रेनिंग प्रयास है एक जिसे छात्रों को बहुत ही लाभ होगा। ।
तकनीकी सत्र में आचार्य डॉ कीर्ति महाराज, उज्जैन, श्री सचिन दुबे, चिकित्सा एवं रेखाविद, जबलपुर, आचार्य रुद्र, उज्जैन, श्री हेमंत श्रीवास्तव, अशोक नगर, अंगूठा रेखा ज्योतिष, डॉ बलजीत शास्त्री, हिसार हरियाणा, आचार्य राकेश मिश्रा, संस्कृत विश्वविद्यालय, बनारस, श्री अजय कुमार मिश्रा, काशी, बनारस, डॉ हेमलता तिवारी, रायपुर, विनीता सहादत, पुणे न्यूरोलॉजी, डॉ ए एन सिंह सीनियर साइंटिस्ट, डॉ मुकेश शर्मा, अंकित साहू, इंदु वर्मा, रजनी साहू, मनु अग्रवाल आदि विशेज्ञों ने अपनी अपनी विद्याओं को समझाया और बताया की जब तक जेमोलॉजी का ज्ञान नहीं तब तक ज्योतिष पूरा नहीं होता साथ ही पन्ना, रुबी, नीलम यदि स्टोन्स पर विस्तर पूर्वक बताया गया। एवं रत्नों का शुद्ध मूल्यांकन पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। डॉ ए,एन, सिंह, निदेषक, महाकौशल इंस्टीट्यूट ऑफ जेम टेस्टिंग एण्ड रिसर्च सेंटर,जबलपुरl
मातेश्वरी समाज समितिकी उपाध्यक्ष सुजाता सिंग, संगीत गुप्ता, श्रीमती रंजना तिवारी, मोना ठाकुर ने कार्यक्रम में सक्रिय सहयोग प्रदान किया।
विश्वविद्यालय के गणित संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो जे सी मैत्रा, श्रीमती रीना सिंग, श्रीमती मिश्रा, श्रीमती सुनिधि वाजपेयी उपस्थित रही। विश्वविद्यालय व्यावसायिक अध्ययन एवं कौशल विकास संस्थान, के डॉ मीनल दुबे ने मंच संचालन किया। कार्यक्रम में विभाग् के डॉ अजय मिश्रा , डॉ हरीश यादव, डॉ धीरेंद्र मौर्य, डॉ अखिलेश पांडेय, डॉ सरिता यादव , श्रीमती सपना पांडे, यादव जी, सविता पठारिया आदि समस्त छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहे।
*सादर प्रकाशनार्थ*