निरोगी काया के लिए योग आवश्यक – प्रोफेसर सीमा सिंह
रिपोर्ट:कुलदीप शुक्ला
निरोगी काया के लिए योग आवश्यक – प्रोफेसर सीमा सिंह,उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के मानविकी विद्याशाखा के तत्वावधान में गोद लिये ग्राम जैतवारडीह, पण्डिला ग्राम,सोरॉव, में बुधवार को एकदिवसीय जागरूकता योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। योग जागरूकता कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उ.प्र. राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि निरोगी काया के लिए योग बहुत आवश्यक है। योग खुशियों का द्वार है और प्रतिदिन 15 मिनट योग और ध्यान अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ध्यान का नियमित अभ्यास करने से आत्मिक शक्ति बढ़ने के साथ ही साथ मानसिक शान्ति की अनुभूति होती है। ध्यान नकारात्मक विचारों को मन से निकाल कर शुद्ध और सकारात्मक विचारों को मस्तिष्क में जगह देता है।
मानविकी विद्याशाखा के निदेशक प्रोफेसर एस.पी.तिवारी ने कहा कि योग का तात्पर्य मन, बुद्धि और चित्त के संयोजन से है। उन्होंने प्राणायाम से लेकर कई तरह की योग मुद्राओं को शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक बताया। प्रो. तिवारी ने कहा कि प्राणायाम से लेकर कई तरह की योग मुद्राओं का अभ्यास करके शारीरिक-मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं।
इस अवसर पर महिला अध्ययन केन्द्र की समन्वयक प्रोफेसर रुचि बाजपेई ने कहा कि योगाभ्यास से सर्वांगीण विकास होता है। योग से निरोगी काया प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने गीता के योगः कर्मसु कौशलम् की प्रासंगिकता को रेखांकित किया।
योग जागरूकता कार्यक्रम में प्रशिक्षक श्री अनुराग शुक्ल एवं श्री निकेत ने योग के विभिन्न आसनों, पद्मासन, धनुरासन, मयूरासन, पवनमुक्तासन आदि के बारे में लोगों को अभ्यास कराया तथा साथ ही इनके लाभ भी बताये। इस कार्यक्रम में जैतवारडीह ग्राम के पण्डिला वासियों के साथ-साथ विश्वविद्यालय के मानविकी विद्याशाखा के शिक्षकों ने भी योगाभ्यास किया। इस अवसर पर प्रोफेसर वीके गुप्ता डॉ. सतीश चन्द्र जैसल, डॉ. अतुल कुमार मिश्रा, डॉ. अब्दुल रहमान, डॉ. शिवेन्द्र प्रताप सिह, श्री राजेश कुमार गौतम, डॉ. अनिल कुमार यादव, डॉ. डी.एन. उपाध्याय, डॉ. प्रेम प्रकाश कुशवाहा, श्री संजीव भट्ट, डॉ. अमित सिंह, डॉ. मुकेश मौर्य, डॉ. अब्दुर्र हमान, डॉ. सफीना समावी, डॉ. नीलम, डॉ. संतोष भारती, डॉ. सत्येन्द्र, श्री अनुपम, राम लखन कुशवाहा एवं मुन्ना राम आदि उपस्थित रहे। मानविकी विद्याशाखा के उपनिदेशक प्रोफेसर विनोद कुमार गुप्त ने धन्यवाद ज्ञापित किया।