नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग,फॉरेस्ट रिसर्च सेंटर में सूक्ष्म जीवों पर वर्कशाप सम्पन्न
नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग,फॉरेस्ट रिसर्च सेंटर, प्रयागराज तथा इको हेल्थ बायोसाइंस इंडस्ट्रीज,लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे सात दिवसीय कार्यशाला सूक्ष्मजीवों के विश्लेषण की जैवप्रौद्योगिकी निष्कर्षणन के समापन सत्र के प्रमुख वक्ता प्रो. डी.के.चौहान,भूतपूर्व विभागाध्यक्ष वनस्पति विज्ञान विभाग ने बताया कि सूक्ष्मजीवों का विश्लेषण होना इसलिए आवश्यक है कि पृथ्वी पर सर्वप्रथम सूक्ष्मजीव ही आज से 3.5 लाख वर्ष पूर्व प्रकट हुए जब को उस समय वातावरण में ऑक्सीजन जैसे प्राणवायु तत्वों का अभाव था इसमें भी पृथ्वी पर साइनोबैक्टीरिया प्रथम ऑक्सीजन प्रदायी जीव था, आमंत्रित वक्ता इलाहाबाद विश्वविद्यालय के जैव रसायन विज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डॉ. मुनीश कुमार ने कैंसर की वैश्विक वस्तुस्थिति तथा इसके अपने वैज्ञानिक शोध का विवरण बताया,विश्वविद्यालय के प्रो. इंचार्ज रिसर्च एवम डेवलपमेंट प्रो.आर.सी.त्रिपाठी ने कार्यशाला के प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सूक्ष्मजीवों के पेटेंट हेतु ऑयल स्पिल्स को समाप्त करने वाले सुपरबुग की खोज एक कारण था,विश्वविद्यालय के शोध निर्देशक डॉ. रुद्र ओझा ने कार्यशाला द्वारा प्रतिभागियों को लाभ और विश्वविद्यालय उपलब्ध उपकरण को बताया, विश्वविद्यालय के विज्ञान संकायाध्यक्ष डॉ.आशीष शिवम ने अतिथियों को स्वागत किया,डॉ. छाया मालवीय ने विश्वविद्यालय की मूलभूत भौतिक सुविधाओं के बारे में बताया,कार्यक्रम का संचालन आयोजक सचिव डॉ. आदि नाथ ने किया,धन्यवाद ज्ञापन डा.धीरज पाण्डेय ने किया,मुख्य अतिथि का उद्बोधन डॉ. शक्ति नाथ त्रिपाठी ने किया, इस अवसर पर प्रतिभागियों सहित विश्वविद्यालय के डा.प्रदीप उपाध्याय डॉ.विक्रम सिंह डॉ. अनीता सिंह डॉ.किरन गुप्ता डॉ. संजय सिंह डॉ.विंध्यवासिनी श्री राम भजन यादव अंशुमान दुबे ऋषिराज आदि सम्मिलित रहे।