महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे ने अंतर्राष्ट्रीय रेल समपार जागरूकता दिवस के अवसर पर संरक्षा जागरूकता के लिए रवाना की मोबाइल वीडियो वैन
‘अंतर्राष्ट्रीय रेल समपार जागरूकता दिवस’ के अवसर पर उत्तर मध्य रेलवे में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन
आज अंतर्राष्ट्रीय रेल समपार जागरूकता दिवस (ILCAD) के अवसर पर, महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे श्री प्रमोद कुमार ने अपर महाप्रबंधक श्री रंजन यादव और अन्य अधिकारियों के साथ समपारों के बारे में संरक्षा जागरूकता प्रसारित करने के लिए एक मोबाइल वीडियो वैन को हरी झंडी दिखाकर उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय से रवाना किया।
अगले 35 दिनों के दौरान, यह मोबाइल वैन सड़क उपयोगकर्ताओं को समपार संबंधी सुरक्षा सावधानियों के बारे में शिक्षित करने के लिए उत्तर मध्य रेलवे के 3 मंडलों में विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों को कवर करेगी। टीवी और ऑडियो विजुअल सिस्टम वाली यह मोबाइल वैन स्कूलों, लेवल क्रॉसिंगों , गांवों, पंचायतों, तहसीलों, आसपास के बाजारों आदि को कवर करेगी। वैन में जागरूकता प्रसारण के लिए कई लघु फिल्में बनाई गई हैं जिनमें ‘लेवल क्रॉसिंगों को सावधानी से कैसे पास करें’ ‘ट्रैक पर मवेशियों को ना ले जाने’, ‘ट्रेन की छत और फुट बोर्ड पर यात्रा ना करें’, ‘यात्रा के दौरान कभी भी अजनबी से खाने-पीने की चीजें स्वीकार नहीं करना’, ‘ट्रेन में ज्वलनशील सामग्री नहीं ले जाना’ आदि जैसे विषयों को शामिल किया गया है।
वैन की पूरी यात्रा के दौरान उत्तर मध्य रेलवे के सेफ्टी काउंसलर साथ रहेंगे और विषय की बेहतर समझ प्रसारित करने के लिए सड़क उपयोगकर्ताओं के बीच पैम्फलेट पोस्टर और स्टिकर वितरित करेंगे।
गौरतलब है कि ‘अंतर्राष्ट्रीय रेल समपार जागरूकता दिवस’ लेवल क्रॉसिंग पर सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करने की एक पहल है। यह अभियान 2009 में इंटरनेशनल यूनियन ऑफ रेलवे (यूआईसी) द्वारा शुरू किया गया था। यूआईसी एक अंतरराष्ट्रीय रेलवे संगठन है जो दुनिया भर के रेल संगठनों द्वारा समर्थित है।
प्रति वर्ष, लगभग 50 देश इस आयोजन में भाग लेते हैं, इसमें विभिन्न प्रकार की समपार संरक्षा प्रयासों और व्यवस्थाओं को दुनिया भर में समपारों पर दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य सेसाझा किया जाता है।
आज इस अवसर पर उत्तर मध्य रेलवे कई अन्य गतिविधियों का भी आयोजन किया गया। इसमें सड़क उपयोगकर्ताओं के साथ वार्ता एवं काउंसलिंग शामिल है। इसके तहत उत्तर मध्य रेलवे के संरक्षा कर्मी लेवल क्रॉसिंगों जाकर सड़क उपयोगकर्ताओं, गेटमैन के साथ बातचीत करेंगे और सुरक्षा सावधानियों के बारे में परामर्श करेंगे। उत्तर मध्य रेलवे के अधिकारी एवं संरक्षा कर्मी स्कूलों/कॉलेजों/ग्राम पंचायतों का भी दौरा कर रहे हैं। सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप, ट्विटर, एसएमएस, रेडियो, टेलीविजन आदि के माध्यम से भी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा, रेल कर्मियों में संरक्षा की आदत डालने के लिए पूरे जोन के स्टेशनों, प्रशिक्षण केंद्रों पर संरक्षा सेमिनार भी आयोजित किए जा रहे हैं। इस अवसर पर रैलियां और नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किए गए।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री प्रमोद कुमार ने कहा कि “समपारों पर लापरवाही न केवल सुरक्षा के लिए खतरा है बल्कि समपारों से सुचारू रेल यातायात रूप में भी बाधा उत्पन्न होती है”। उन्होंनेआगे कहा कि ‘हम संपूर्ण भारतीय रेल में लेवल क्रॉसिंगों संरक्षा कर्मी उन्मूलन की प्रक्रिया में हैं और पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान 46 आरयूबी और 8 आरओबी का निर्माण करके 66 समपारों का समापन किया है साथ ही चालू वित्तीय वर्ष में हमने 80 क्रॉसिंग को हटाने और 70 आरयूबी और 17 आरओबी का निर्माण करने का लक्ष्य रखा है। इसमें से इस साल के पहले दो महीनों में ही 4 समपारों को बंद किया जा चुका है’।
कार्यक्रम के दौरान प्रधान मुख्य संरक्षा अधिकारी श्री मनीष कुमार गुप्ता ने इस अवसर पर की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर समस्त प्रमुख विभागाध्यक्ष,अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा स्टाफ उपस्थित थे।