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बाहुबली विजय मिश्रा के नये वकील विकास गुप्ता, जो करेंगे नि:शुल्क पैरवी

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बाहुबली विजय मिश्रा के नये वकील विकास गुप्ता, जो करेंगे नि:शुल्क पैरवी

 


जानिए कौन है विजय मिश्रा और क्या क्या आरोप लगे उनपर अब तक और जिसे भागने के लिए सीएम ने खुद दिया अपना हेलीकाप्टर
पूर्वांचल बाहुबली माफियाओं का गढ़ रहा है। उसी गढ़ के बाहुबली माफियाओं में विजय मिश्रा का नाम आता है, जिनका सबसे पहला आपराधिक मामला प्रयागराज के हंडिया थाने मे सन 1980 मे दर्ज हुआ, मु• स• 241/1980 और इसके बाद उनपर कई सारे आपराधिक मामले दर्ज़ हुए | इन्ही मुकदमो के चलते उनके कई पैरोकार भी बदले तथा उन्होंने अभियोजन पर इन मुकदमो संबंधित कई दस्तावेज गयाब होने के आरोप भी लगाये और दिनांक 26.06.24 क़ो उनके वकील ने भी उनका सभी केस लड़ने से इंकार क़र दिया |

जिसके पश्चात विजय मिश्रा ने एमपी/एमएलए कोर्ट एडीजे दिनेश चंद्र शुक्ला से अपने मुकदमे कि पैरोकारी के लिए वकील कि मांग करते हुए न्यायहित कि बात कही | जिसपर एमपी/एमएलए कोर्ट ने डीएलएसए क़ो आदेशित करते हुए जल्द से जल्द विजय मिश्रा क़ो अधिवक्ता उपलब्ध कराने कि बात कही जिसके फलस्वरूप तुरंत ही दिनेश कुमार गौतम सचिव (डीएलएसए ) के निर्देशानुसार उनके प्रयागराज सम्बंधित समस्त मुकदमो कि पैरवी हेतू 30.11.2024 क़ो लीगल ऐड के चीफ डिफेन्स काउंसिल विकास गुप्ता क़ो नियुक्त किया गया | मंगलवार क़ो विकास गुप्ता ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान विजय मिश्रा से बात क़र सहमति लिए | विजय मिश्रा के निजी लोगो से एक बात चीत के दौरन वो लोग काफी ख़ुश और संतुष्ट होते नजर आये उनका कहना है,कि अब विकास गुप्ता आ गए है तो वो जल्द ही उम्मीद क़र सकते है कि नेता जी उनके बीच रिहा हो क़र आ सकेंगे |
*पूर्व बाहुबली विधायक विजय मिश्रा और उनके राजनैतिक इतिहास* :- उत्तरप्रदेश के गैंगस्टर और राजनेता हैं, जिन्होंने उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य के रूप में चार बार ज्ञानपुर,भदोही निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है ।समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्य रहे जिसके चुनाव चिन्ह पर उन्होंने ज्ञानपुर निर्वाचन क्षेत्र के लिए २००२ , २००७ और २०१२ के विधानसभा चुनावों में सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा था। २०१७ के राज्य विधानसभा चुनावों में , उन्होंने निषाद पार्टी के टिकट पर उपरोक्त सीट से जीत हासिल की । ​मार्च २०१८ में, उन्हें उस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था | नवंबर 2023 तक, मिश्रा के रिकॉर्ड में 80 से अधिक आपराधिक मामले हैं, जिनमें हत्या के नौ मामले, हत्या के प्रयास के पंद्रह मामले, बलात्कार, जालसाजी, लूट, अपहरण, जबरन वसूली, संपत्ति हड़पने आदि के दो मामले शामिल हैं। २००७ में “माफिया” के रूप में वर्णित , उस समय उनके खिलाफ ३० से अधिक लंबित आपराधिक मामले थे। उन्होंने २०१२ का चुनाव जेल में रहते हुए लड़ा था |नंद गोपाल गुप्ता (जिन्हें नंद गोपाल नंदी के नाम से भी जाना जाता है) पर २०१० में हुए बम हमले में कथित संलिप्तता के संबंध में , जो उस समय (२०१०) राज्य मंत्री थे और योगी आदित्यनाथ की सरकार में कैबिनेट मंत्री चुने गए थे। आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए, उन्हें बाद में वर्ष 2021 में जमानत पर रिहा कर दिया गया, तब तक उनके खिलाफ 64 आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे।
*हेलीकाप्टर से ले उड़े थे विजय मिश्रा क़ो बचाने के लिए लोग l*
:- चुनावी सभा मे हुई थी फायरिंग
बाहुबली माफिया विजय मिश्रा को प्रयागराज के फूलपुर थाने में दर्ज आर्म्स एक्ट के मामले में सजा हुई है। उन पर चुनावी सभा के दौरान सरकारी गनर के शस्त्र से फायरिंग करने का आरोप लगा था।
भदोही के इण्टर कॉलेज के मैदान में हो रही इस जनसभा में विजय मिश्रा को इसकी भनक लग गई कि पुलिस आने वाली है इस पर विजय मिश्रा ने अपनी और मुलायम सिंह कि नजदीकियो के चलते वह हेलिकॉप्टर लेकर अपने साथ चले गये थे ।

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