फिल्म ‘पठान’ पर प्रतिबंध लगना जरूरी-सरदार पतविंदर सिंह
सिख समाज भड़का,भगवा रंग की बिकिनी पहनकर अश्लील नृत्य अभिनेत्री की वेशभूषा व द्श्यों से भारतीय संस्कृति और साधु संतों का अपमान हैl
नैनी प्रयागराज/ शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की आगामी फिल्म ‘पठान’ को लेकर सिख समाज भी विरोध कर रहा है। अल्पसंख्यक मोर्चा क्षेत्रीय उपाध्यक्ष काशी क्षेत्र सरदार पतविंदर सिंह ने इस फिल्म के एक गाने में दीपिका पादुकोण की भगवा बोल्ड ड्रेस और गीत के बोल ‘बेशरम रंग’ को लेकर भड़के हुए हैं।इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।
सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि भगवा रंग के वस्त्र पहनकर अश्लील नृत्य अभिनेत्री की वेशभूषा व द्श्यों पर आपत्ति हैं।फिल्म के गाने ‘बेशरम रंग’ में दीपिका की ड्रेस को लेकर विरोध हैl दीपिका ने भगवा बिकिनी पहनकर भारतीय संस्कृति और साधु संतों का अपमान किया हैl
सरदार पतविंदर सिंह ने आगे कहा कि फिल्म पठान में दीपिकापादुकोण ने बिकिनी पहन कर साधु संतों और राष्ट्र के रंग भगवा को ठेस पहुंचाई है यह दुःखद है कि शाहरुख खान लगातार सनातन धर्म का मजाक उड़ाते रहते हैं फिल्म मैं भगवा रंग का इस्तेमाल करना क्या जरूरत थी वहीं दीपिका की ड्रेस और एक्सप्रेशन का विरोध करते हुए कहा कि है कि ये सब सोची समझी साजिश है जिससे दुनिया में हिंदू और भगवा रंग को बदनाम किया जा सकेl
उन्होंने ने सेंसर बोर्ड पर भी सवाल उठाए हैं कि सेंसर बोर्ड इन सीनों को सेंसर क्यों नहीं करता है ऐसी फिल्में और सीन पर विशेष ध्यान रखना चाहिए बॉलीवु़ड सनातन धर्म के खिलाफ काम कर रहा है.उनका कहना है कि फिल्म में भगवा रंग को ‘बेशरम रंग’ कहा गया है.इसे सेंसर बोर्ड कैसे पास कर सकता हैl
हरजीत सिंह ढींगरा ने कहा कि कला विद्याओं सहित सिनेमा में भी संकेतों और प्रतीकों से अपनी विचारधारा और सोच प्रस्तुत की जाती रही है। इस मंशा के साथ कि यह सोच विराट जनसमूह तक पहुंचे और उसे प्रभावित करे।भारतीय समाज,संस्कृति और चेतना के विरुद्ध,गौरवशाली हिन्दूस्थानी सभ्यता के परम्परागत प्रतीकों को अपमानित करने वाली आतताई, बर्बर और जंगली कबीलाई समूह के अलम्बरदारों की रचना “पठान” का सांकेतिक संदेश और सोच विकृत है और कम से कम भारत में इसे हर स्तर पर नकारा जाना चाहिए। प्रमुख रूप से परमजीत सिंह बंटी, हरमनजी सिंह,दलजीत कौर, सुरेंद्र सिंह,
जसपाल सिंह,सतनाम सिंह,सरदार पतविंदर सिंह,हरजीत सिंह ढींगरा आदि रहेl