Òउत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल को मिला उत्कृष्ट लोडिंग प्रदर्शन के लिए पुरस्कार
रिपोर्ट-कुलदीप शुक्ला
प्रयागराज मण्डल ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के चार माह में ही माल लदान में रचा इतिहास
ज्ञात हो कि, उत्कृष्ट लदान प्रबंधन के लिए भारतीय रेल के 10 मंडलों को नकद पुरस्कार की स्वीकृति की गई है। इन दस मंडलों में उत्तर मध्य रेलवे का प्रयागराज मंडल भी शामिल है। इसी क्रम में रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली में माननीय रेल एवं वस्त्र राज्य मंत्री, भारत सरकार श्रीमती दर्शना जरदोश द्वारा मंडल रेल प्रबंधक प्रयागराज मण्डल हिमांशु बडोनी को पुरस्कृत किया गया। ज्ञात हो कि, उत्तर मध्य रेलवे का प्रयागराज मंडल भारतीय रेल के सबसे व्यस्त मंडलों में से एक मंडल है, जिसको एक लाख रुपए के नकद पुरस्कार की घोषणा की गई थी। यह मंडल भारतीय रेल के माल लदान और परिवहन में अति महत्वपूर्ण योगदान करता है। प्रयागराज मण्डल ने विगत चार माह में (अप्रैल-जुलाई) अब तक का सर्वोच्च लदान 2.746 मिलियन टन प्राप्त किया, जो कि विगत वर्ष के इसी समयावधि के लदान (2.300 मिलियन टन) की तुलना में 19.4 प्रतिशत अधिक है। यही नही, मण्डल ने इस समयावधि में रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित किये गये लक्ष्य 2.590 मिलियन टन से 6.0 प्रतिशत अधिक लदान किया। अभी दिनांक 07.09.2023 को प्रयागराज मंडल ने दीन दयाल उपाध्याय पॉइंट पर अबतक सर्वाधिक इंटरचेंज भी हासिल किया था।
मण्डल रेल प्रबंधक हिमांशु बडोनी के नेतृत्व में मंडल की बिज़नेस डेवलेपमेंट यूनिट जिसके संयोजक वरि. मण्डल परिचालन प्रबंधक (सम.)/प्रयागराज, श्रीकृष्ण शुक्ला एवं वरि. मण्डल वाणिज्य प्रबंधक/प्रयागराज शशि भूषण के दिशा-निर्देश एवं बीडीयू टीम के अथक प्रयासों के फलस्वरूप मण्डल के आई सी डी डी दादरी से डबल स्टैक कंटेनर में पहली बार लदान तथा माण्डा रोड से पत्थर का लदान कई वर्षों के बाद दुबारा एवं यूटीसीएच हरदुआगंज से सीमेंट का लदान नियमित रूप से प्रारम्भ हो सका।
नई वस्तुओं के लदान के क्रम में बारा थर्मल पावर प्लांट से पॉन्ड ऐश का लदान, पनकी धाम से सूखे धान का लदान पहली बार मण्डल में प्रारम्भ हुआ तथा भारत पेट्रोलियम, पनकी धाम, कानपुर रेलवे साइडिंग को चौबीसों घंटे कार्य हेतु अधिसूचित किया गया और नई सीमेंट साइडिंग सोमना से आगत क्लिंकर रेकों का संचालन प्रारम्भ हुआ। साथ ही साथ सभी परिचालन एवं वाणिज्यिक विभाग के कर्मचारियों के अनवरत एवं कठिन परिश्रम के परिणामस्वरूप जहाँ एक ओर उपरोक्त उपलब्धियों को प्राप्त किया गया, वहीं मण्डल में सीमेंट लदान पिछले वर्ष के चार माह (अप्रैल-जुलाई) की तुलना में 52.9 प्रतिशत, पेट्रोलियम में 67.5 प्रतिशत, उर्वरक में 10.0 प्रतिशत तथा पत्थर में 112.0 प्रतिशत का अधिक लदान किया गया।