प्रसार भारती में कार्यरत कर्मियों के बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं हेतु कर्मियों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया
प्रसार भारती में कार्यरत कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रसार भारती सचिवालय के समक्ष शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। गौरतलब है कि पिछले दिनों प्रसार भारती में कार्यरत एक कर्मचारी ज्योति प्रकाश त्रिवेदी की कैंसर से मृत्यु हो गई थी। प्रदर्शन करने वाले कर्मियों का कहना है कि ज्योति प्रकाश की मृत्यु बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के न मिलने से हुई है। कर्मचारियों की मांग है कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए भारत सरकार की केंद्रीय कर्मियों को मिलने वाली केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना (CGHS) का लाभ प्रसार भारती के सभी कर्मचारियों को मिलना चाहिए।
इस प्रदर्शन में लगभग 200 कर्मचारियों ने भाग लिया। लंच के समय हुई इस गेट प्रदर्शन में कर्मचारियों ने स्वास्थ्य सुविधाओं के अलावा कुछ अन्य मांगे भी रखी। इन मांगों में मृतक आश्रित के लिए पेंशन व ग्रुप इंश्योरेंस शामिल है। इसके अलावा कर्मचारियों के प्रमोशन से जुड़ी दिक्कतों को दूर करना भी शामिल है। इस प्रदर्शन में कर्मचारियों के कई संगठन शामिल हुए।
ज्ञातव्य है कि प्रसार भारती के 1997 में स्वायत्त संस्था बनने के बाद एक ही पद पर दो तरह के कर्मचारी कार्यरत हैं। एक वे जो केंद्र सरकार द्वारा चयनित किए गए थे, दूसरे जो प्रसार भारती द्वारा चयनित किए गए हैं।
प्रदर्शन कर रहे संगठन, एसोसिएशन ऑफ़ प्रसार भारती इंजीनियरिंग एम्प्लॉईज़ (APBEE) के अध्यक्ष हरि प्रताप गौतम का कहना है कि ‘प्रसार भारती में दो तरह के कर्मचारी काम करते हैं, एक वे कर्मचारी जो 5 अक्टूबर 2007 से पहले चयनित हुए व दूसरे जो 5 अक्टूबर 2007 के बाद चयनित हुए। उनका कहना है कि 2007 के बाद चयनित हुए कर्मचारियों के साथ प्रसार भारती भेदभाव कर रही है। जिससे उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधा, ग्रुप इंश्योरेंस व प्रमोशन से जुड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।’
हरि प्रताप गौतम ने यह भी बताया कि प्रसार भारती में एक ही पद पर काम कर रहे कर्मचारियों को अलग-अलग वेतन दिया जा रहा है जिससे 2007 के बाद चयनित हुए प्रसार भारती कर्मचारियों के साथ पहले के कर्मचारियों के मुकाबले कम वेतन मिल रहा है। जिससे वे सभी कर्मचारियों के लिए समान पद व समान वेतन की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शन के बाद प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सोपे।