Saturday, November 23Ujala LIve News
Shadow

‘नाच बसंती नाच’ का पहला पोस्टर रिलीज़ होते ही सोशल मीडिया पर हुआ वायरल, 14 जून को रिलीज़ होगी फ़िल्म

Ujala Live

‘नाच बसंती नाच’ का पहला पोस्टर रिलीज़ होते ही सोशल मीडिया पर हुआ वायरल, 14 जून को रिलीज़ होगी फ़िल्म

 

मुंबई (उमा शंकर मिश्रा)

उत्तर प्रदेश और बिहार में बहुप्रचलित लौंडा डांस पर आधारित और दिल को छू लेने वाली फ़िल्म ‘नाच बसंती नाच’ 14 जून‌ को सिनेमाघरों में रिलीज़ के लिए तैयार है. मगर फ़िल्म की रिलीज़ से पहले हाल ही में जब इस फ़िल्म का पहला पोस्टर लॉन्च किया गया तो यह पोस्टर देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और इस पोस्टर के साथ-साथ यह फ़िल्म‌ भी अब चर्चा का केंद्र बन गई है.

उल्लेखनीय है कि ‘नाच बसंती नाच’ में लौंडा नाच संबंधी लोक कला की परंपरा को बचाने की कवायद को दिखाया गया है जिसमें एक वर्ग विशेष की तीन पीढ़ियों के संघर्ष को हृदयस्पर्शी तरीके से प्रस्तुत किया गया है. यकीनन उनकी पीड़ा और उनका अंतर्द्वंद दर्शकों को सोचने पर विवश कर देगा.

उल्लेखनीय है दिलीप आर्य ने बसंत और लौंडा नाच करने वाली बसंती की दोहरी भूमिका को अपने सशक्त अभिनय से जीवंत कर दिया है. बता दें कि दिलीप आर्य ने ना सिर्फ़ इस फ़िल्म में अपने दोहरे चरित्र को मार्मिक ढंग से निभाया है बल्कि उन्होंने इस फ़िल्म का उम्दा तरीके से निर्देशन भी किया है.

‘नाच बसंती नाच’ के पहले पोस्टर के रिलीज़ के बाद मिले जनता के प्रतिसाद ने फ़िल्म‌ के मेकर्स को‌ बेहद ख़ुश कर दिया है. फ़िल्म के निर्देशक दिलीप आर्य ने अपनी ख़ुशी को ज़ाहिर करते हुए कहा, “हम इस बात की पूरी उम्मीद थी कि फ़िल्म के पहले पोस्टर का लोगों पर‌ सकारात्मक असर होगा मगर हमें इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि लोगों को यह पोस्टर इस क़दर पसंद आएगा. हमें उम्मीद है कि लोग एक बेहद अलग किस्म के विषय पर बनी इस फ़िल्म को देखने के लिए सिनेमाघरों में ज़रूर आएंगे.”

रेडियम पिक्चर्स के बैनर तले बनी
फ़िल्म ‘नाच बसंती नाच’ में दिलीप आर्य के अलावा रिया कपूर, जय-विजय साचन, अनिल रस्तोगी, गौरव कुमार, अरविंद जादूगर जैसे कलाकारों ने भी अहम भूमिकाएं निभाई हैं.

दिनेश ‘दीप’ और विरेन युवराज की कहानी पर‌ बनी ‘नाच बसंती नाच’ के‌ लेखक हैं मुकेश कुमार. फ़िल्म के अर्थपूर्ण गीत लिखे हैं आशीष प्रकाश दिनेश ‘दीप’ ने तो वहीं फ़िल्म का कर्णप्रिय संगीत असित त्रिपाठी ने दिया है.

ग़ौरतलब है कि फ़िल्म की ज़्यादातर शूटिंग फ़तेहपुर जिले के अमौली, दपसौरा, गंगा का किनारा के ग़ैर-फ़िल्मी लोकेशन्स पर‌ की गई है. उल्लेखनीय है कि लौंडा नाच की पुरानी परंपरा पर‌ बनी इस फ़िल्म‌ को पीवीआर सिनेमा द्वारा पहले उत्तर प्रदेश के सिनेमाघरों में रिलीज़ किया जाएगा और फिर‌ बाद में देश के तमाम जगहों पर‌ फ़िल्म‌ को रिलीज़ करने के बारे में विचार किया जाएगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× हमारे साथ Whatsapp पर जुड़ें