गणतंत्र का अर्थ है जनता के द्वारा जनता के लिए शासन-न्यायमूर्ति शेखर यादव
प्रयागराज, विद्या भारती से संबद्ध काशी प्रांत के रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज राजापुर ,प्रयागराज के प्रांगण में प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे के कुशल मार्गदर्शन में 74वां गणतंत्र दिवस एवं सरस्वती पूजन, विद्यारंभ संस्कार का भव्य समारोह रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं नन्हे-मुन्ने भैया बहनों के विद्यारंभ संस्कार एवं हवन पूजन के साथ दो चरणों में संपन्न हुआ.
कार्यक्रम के प्रथम चरण में मुख्य अतिथि उच्च न्यायालय इलाहाबाद न्यायमूर्ति शेखर यादव ने ध्वजारोहण के पश्चात भैया बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपनी सनातन संस्कृति एवं संस्कारयुक्त वातावरण में शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए और यह विद्यालय इसके लिए सर्वथा उपयुक्त है .आज के दिन यानी गणतंत्र का अर्थ है जनता के द्वारा जनता के लिए शासन आज ही के दिन हमारे देश को गणतंत्र दिवस के रूप में घोषित किया गया था इसीलिए सभी भारतीय नागरिकों के द्वारा यह दिवस बिना भेदभाव के मनाया जाता है. अध्यक्षता कर रहे विद्यालय के व्यवस्थापक एवं उच्च न्यायालय इलाहाबाद के शासकीय अधिवक्ता शिवकुमार पाल ने कहा कि समाज में हमारी अलग जाति , धर्म या कई अन्य चीजें हैं जो हमें अलग करती है लेकिन इसकी एक व्यापक तस्वीर यह है कि हम सभी भारतीय हैं सभी भारतीयों के द्वारा एकजुटता के रूप में गणतंत्र दिवस के इस पर्व को मनाया जाता है l कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में विद्यालय के पुरातन छात्र डॉक्टर संतोष कुमार द्विवेदी ने भी अपना आशीर्वचन दिया.
कार्यक्रम के द्वितीय चरण में मां सरस्वती प्राकट्य उत्सव मनाया गया, सरस्वती पूजन के पश्चात विद्यारंभ संस्कार का आयोजन किया गया जिसमें 3 वर्ष तक के कुल 736 नन्हे-मुन्ने भैया बहनों के जिह्वा पर शहद से ओम लिखकर मंत्रोच्चार के साथ अक्षर आरंभ कराया गया तथा उन्हीं नन्हे-मुन्ने भैया बहनों के द्वारा यज्ञ कुंड में आहुति दिलाई गयी।
इस अवसर पर विद्यालय के छात्र छात्राओं ने अनुष्का पांडे, ऋचा गोस्वामी ,रुचि चंद्रा एवं पायल जायसवाल के कुशल मार्गदर्शन में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा हिंदी ,अंग्रेजी एवं संस्कृत के भाषण प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया.
कार्यक्रम का संचालन दिनेश कुमार शुक्ला ने किया. इस अवसर पर संपन्न हुए कार्यक्रम में विद्यालय के समस्त अध्यापक एवं अध्यापिकाओं का योगदान सराहनीय रहा.