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हिन्दुस्तानी एकेडेमी में 22 जुलाई से 24 जुलाई तक चलेगी भाषा संसद

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हिन्दुस्तानी एकेडेमी में 22 जुलाई से 24 जुलाई तक चलेगी भाषा संसद

हिन्दी भाषा के विद्वानों द्वारा किया जायेगा मंथन
भाषा संसद में हिन्दी भाषा के संवर्धन के लिये कई प्रस्तावों पर होगी चर्चा
हिन्दुस्तानी एकेडेमी उ0 प्र0, प्रयागराज एवं नया परिमल प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 22 जुलाई 2023 से 24 जुलाई 2023 तक तीन दिवसीय भाषा संसद का आयोजन हिन्दुस्तानी एकेडेमी स्थित गांधी सभागार एवं हिन्दी विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज के सभागार में किया जा रहा है।
एकेडेमी के सचिव एवं भाषा संसद के सयोजक देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि भाषा संसद के आयोजन का मूल उद्देश्य भारतवर्ष की समस्त भाषाओं एवं बोलियों को एक माला में पिरोने का है। जहां भाषा खत्म होती है वहां संस्कृति भी उसके साथ दम तोड़ देती है। ऐसे में सभी भाषाओं को महत्व देना उन्हें समझना हमारे समय और समाज की मांग है। हिन्दुस्तानी एकेडेमी उत्तर प्रदेश, प्रयागराज एवं नया परिमल इसी समन्वय की मांग की पूर्ति स्वरूप भाषा संसद का आयोजन कर रही है। हिन्दी अनेकानेक भाषाओं बोलियों का सांस्कृतिक समुच्चय है साथ ही इसके विकास में अन्य समृद्ध भाषाओं के अवदान की भूमिका रही है भारत की विभिन्न भाषाएं हमारी सांस्कृतिक सामाजिक एकता की महत्वपूर्ण कारक हैं भाषा का संबंध इतिहास संस्कृति और परंपरा से है भारतीय भाषाओं में आपसी संवाद की परंपरा पुरानी है और ऐसा हजारों वर्षों से होता आ रहा है इस परंपरा को समृद्ध करना भाषा संसद का मूल उद्देश्य है । भाषा संसद के सह संयोजक डॉक्टर विनम्रसेन सिंह ने कहा कि भाषा संसद के आयोजन का उद्देश्य विभिन्न कालों में विभिन्न भारतीय भाषाओं के अंतः संबंध की क्रमागत व्याख्या प्रस्तुत करना है। ‘भाषा अनेक भाव एक’ ध्येय वाक्य को और अधिक पुष्ट करने की भावना के साथ भाषा संसद का स्वरूप गठित किया गया। परिणाम मूलक प्राप्ति के लिए यह राष्ट्रीय भाषा संसद आयोजित किया जा रहा है। निश्चित ही इसके निष्कर्ष सुफल देंगे और विद्वान लेखकों, संवादकारों और विशेषज्ञों के विचारों से समकालीन पीढ़ी एवं विद्यार्थी गणों का मार्गदर्शन होगा।
भाषा संसद के प्रथम दिवस दिनांक 22 जुलाई 2023 को पूर्वाह्न 10ः00 बजे उद्घाटन सत्र आयोजित है। जिसका विषय भारतीय भाषाओं का अन्तः संबंध है। इस सत्र की अध्यक्षता डॉ0 उदय प्रताप सिंह पूर्व अध्यक्ष हिन्दुस्तानी एकेडेमी उ0 प्र0, प्रयागराज एवं मुख्य अतिथि प्रो0 कुमुद शर्मा (नई दिल्ली) तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री ब्रह्मदेव (निदेशक उच्च शिक्षा निदेशालय, उत्तर प्रदेश) होंगे। कार्यक्रम के उद्घाटनकर्ता के रूप में प्रो0 सुनील कुलकर्णी (आगरा) रहेंगे। उद्घाटन सत्र में बीज वक्तव्य प्रो0 योगेंद्र प्रताप सिंह (प्रयागराज) द्वारा, स्वागत श्री देवेंद्र प्रताप सिंह सचिव हिन्दुस्तानी एकेडेमी उ0 प्र0, प्रयागराज एवं संचालन डॉ0 विनम्रसेन सिंह द्वारा किया जाएगा।
प्रथम सत्र का विषय प्राचीन भारत में भारतीय भाषाओं की स्थिति और उनका संबंध होगा। इस सत्र की अध्यक्षता प्रो0 संतोष कुमार शुक्ला (नई दिल्ली) एवं अतिथि वक्ता के रूप।में प्रो0 राजश्री शुक्ला (कोलकता), प्रो0 त्रिभुवन नाथ शुक्ल (जबलपुर), डॉ0 सत्येंद्र प्रताप सिंह (नई दिल्ली), डॉ0 संत प्रकाश तिवारी (प्रयागराज) एवं सूत्रधार डॉ अमरेंद्र त्रिपाठी प्रयागराज द्वारा किया जाएगा।
प्रथम दिवस का समापन भाषा संसद के प्रश्न काल द्वारा किया जाएगा इस सत्र में शोधार्थियों द्वारा विद्वानों से अपनी जिज्ञासाओं का उत्तर पूछा जाएगा।

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