अंधेरे में है आजादी का महानायक,हम मना रहे है आजादी का अमृत महोत्सव
शहीदों की चिंताओं पर लगेंगे हर बरस मेले वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा।शहीदों को उनकी शहादत और राष्ट्रीय पर्व पर याद करने वाले लोगों को बाकी दिनों में उनकी सुध लेने की फुर्सत नहीं मिलती यही हाल संगम नगरी में अपनी शहादत देने वाले शहीद अमर बलिदानी पंडित चंद्र शेखर आजाद की मूर्ती का है।शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा इनदिनों अंधेरे में है।शहीद का दर्शन करने आने वालों को इस तरह की अव्यवस्था देखकर खासा दुख हो रहा है।शहीद स्थल की देख रेख करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों को इस बात की फुर्सत नही है की आजाद की प्रतिमा अंधेरे में है।आजादी के महानायक को अंधेरे में रखकर जिमेदार अधिकारी मस्त हैं।लोगों को इस बात से जबरजस्त आक्रोश है।अखिल भारतीय प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य श्री कांत शास्त्री ने आजाद की प्रतिमा को अंधेरे में देखकर रोष व्यक्त किया है और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की है।