संविधान निर्माता डॉ आंबेडकर की वकालत का 100 वर्ष पूर्ण होने पर इलाहाबाद हाईकोर्ट बार ने किया कार्यक्रम आयोजित
भारतीय संविधान के निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का वकालत के आज 100 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर इलाहाबाद हाई कोर्ट बार एसोसिएशन की तरफ से गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि लक्ष्मण प्रसाद आचार्य महामहिम राज्यपाल सिक्किम रहे। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि बाबा साहब अंबेडकर के सपनो का भारत तभी साकार होगा जब गांव, गिराम, खेत बारी में काम करने वाला ब्यक्ति ऊंचे स्थान पर पहुचेगा तभी उनका सपना साकार होगा। उन्होंने कहा कि एकता, समानता और ममता के आधार पर समाज खड़ा होना चाहिए, उनका यही विचार था। आज कश्मीर में धारा 370 समाप्त होने से कमजोर, पिछड़े और वंचित वर्ग के लोग भी अपने अधिकारों से आच्छादित हो गया है, नही तो देश के अन्य हिस्सों में तरह तरह के नारे लगते थे। न्यायमूर्ति डॉ0 गौतम चौधरी ने अपने सम्बोधन में कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी हर समाज को ध्यान में रखकर संविधान को लिखा है, वह व्यक्ति वादी नहीं थे, विचारवादी व्यक्ति थे। उन्होंने कहा कि समाज की जितनी जटिलताएं, समस्याएं थी उनका निराकरण कैसे हो सब संविधान में निहित है। न्यायमूर्ति मंजू रानी चौहान ने कहा कि डॉ0 आंबेडकर जी ने हर तबके को ध्यान में रखकर संविधान को बनाया है, उनके व्यक्तित्व के बारे में हमारे पास शब्द नही है कि शब्दो मे उनका बखान करें। इसके पहले अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर और माता सरस्वती की प्रतिमा पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत किया। इस अवसर पर न्यायमूर्ति साधना रानी ठाकुर, वार अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, उपाध्यक्ष, शक्ति सिंह, अमित कुमार श्रीवास्तव, संयुक्त सचिव सर्वेश कुमार दुबे सहित तमाम वक्ता और अधिवक्ता उपस्थित रहे।