गोरखपुर मठ में हमले का आरोपी मुर्तजा अब्बासी का मामला
एटीएस द्वारा मुर्तजा के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया 7cla एक्ट के तहत के दर्ज किया गया था मुकदमा
आरोपी से गहनता से पूछताछ की गई
मुर्तजा की निशानदेही पर विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का विश्लेषण किया गया
आरोपी मुर्तजा के सोशल मीडिया अकाउंट जीमेल टि्वटर फेसबुक को भी चेक किया गया
आरोपी के विभिन्न बैंक खातों की ईवॉलेट से वित्तीय लेनदेन का विश्लेषण भी एटीएस ने किया
मुर्तजा के विभिन्न बैंक खातों की जानकारी जुटाई गई है
आरोपी विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से आईएसआईएस के फाइटर एवं आईएसआईएस के अन्य लोगों के संपर्क में था
आरोपी वर्ष 2014 में बेंगलुरु पुलिस द्वारा गिरफ्तार आईएसआईएस प्रोपेगेंडा एक्टिविस्ट मसरूर विश्वास से भी सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से संपर्क में था
आरोपी विभिन्न आतंकी संगठनों radical फाइटर व प्रेचर्स व आईएसआईएस से संबंधित आतंकी विचारधारा को बढ़ावा देने वाले जिहादी साहित्य ऑडियो वीडियो से पूर्णतया प्रभावित था
मुर्तजा के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आतंकी प्रोपेगेंडा एक्टिविस्ट के समक्ष 2013 में अंसारुल तोहिद के आतंकी संगठन शपथ ली थी
जिसका वर्ष 2014 में आईएसआईएस में विलय हो गया था
उसके बाद 2020 में आईएसआईएस संगठन की पुनः मुर्तजा ने शपथ ली
अभियुक्त अपने बैंक खातों के माध्यम से लगभग 8.5 लाख भारतीय रुपए यूरोप तथा अमेरिका के अलग-अलग देशों में आईएसआईएस संगठन के समर्थकों के आतंकवादी गतिविधियों के लिए भेजे गए
मुर्तजा द्वारा आतंकी घटना कारित करने के उद्देश्य से इंटरनेट के माध्यम से विभिन्न वस्तुओं जैसे एके 47 राइफल 4 कार्बाइन मिसाइल टेक्नोलॉजी से संबंधित आलेखों वीडियो को खोज व पढ़ रहा था
मुर्तजा आईएसआईएस की आतंकी विचारधारा के क्रम में अपने आतंकवादी कृत्य को पारित करने के लिए lon शैली में गोरखनाथ मंदिर के दक्षिणी गेट की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर बांके से जानलेवा हमला किया था