श्री गणेश पूजा के साथ गोविंद गंज रामलीला मंच का भूमिपूजन
जेहि सुमिरत सिधि होय की अनुगूंज के साथ मानस वाचन का श्रीगणेश
जबलपुर। मध्य भारत की सबसे प्राचीन रामलीला समिति श्री गोविंदगंज का 159वां श्रीगणेश पूजन सोमवार को वेद मंत्रोच्चार और पारंपरिक रीति रिवाजों के साथ संपन्न हुृआ। इसके साथ ही रामलीला के मंचन की गतिविधियां विधिवत प्रारंभ हो गर्इं। अध्यक्ष अनिल तिवारी सहित अन्य पदाधिकारियों ने गणपति पूजन के उपरांत रामलीला मंच का भूमिपूजन किया। इसके साथ ही एक वर्ष से बंद मुकुट मंदिर का द्वार पूजन-अर्चन के उपरांत जय श्रीराम के गगनभेदी उद्घोष के बीच खोला गया।
गणपति आराधना एवं पूजन रामलीला के व्यास और नगर पंडित सभा के अध्यक्ष पं. वासुदेव शास्त्री, पं. मोहन महाराज के सानिध्य में संपन्न हुआ। रामलीला भवन स्थित कटरा वाले महावीर स्वामी सरकार और रामदरबार की पूजन अर्चन के बाद, जेहि सुमिरत सिधि होय..के सामूहिक गायन के साथ ही मानस परायण की श्रृंखला शुरू हो गई। भगवान का पूजन संरक्षक विजय सरावगी, पं. राकेश पाठक, कोषाध्यक्ष मंगू गोयल, महामंत्री मनीष पाठक, उपाध्यक्ष किशन अग्रवाल, पीयूष विश्वकर्मा सहित रामलीला के मुख्य पात्रों ने किया। पं. अनिल तिवारी ने बताया कि इस वर्ष भगवान की लीला का मंच पिछले वर्षों की तुलना और भव्य और विशाल बनाया जा रहा है। चूंकि विशाल मंच बनने में समय लगता है, इस कारण इसका शुभारंभ गणेश चतुर्थी को किया जाता है।