प्रमुख मुख्य बिजली इंजीनियर उ.म.रे. प्रयागराज ने रनिंग कर्मियों को कोहरे में संरक्षित संचालन का दिया मूल मन्त्र
रिपोर्ट कुलदीप शुक्ला
प्रयागराज संगोष्ठी के मुख्य अतिथि प्रमुख मुख्य बिजली इंजीनियर उ.म.रे. प्रयागराज अनूप अग्रवाल ने रनिंग कर्मचारियों से गहन संवाद एवं प्रश्न मंच के माध्यम से कुहासे में अति सावधानी पूर्वक नियमों के अनुरूप ही गाड़ी चलाने का मूल मंत्र दिया संगोष्ठी में कुहासे के दौरान माडिफाइड सिस्टम लगाने के मूल कारण समझाते हुये रनिंग कर्मियों को दृश्यता के अनुसार ही गति के पालन
को तार्किक रूप से समझाते हुए संरक्षित संचालन पर जोर दिया ,संगोष्ठी में चर्चा के मुख्य विन्दुओ में कुहासे के मौसम में संरक्षित संचालन हेतु पायलट के कर्तब्य, दृश्यता बाधित होने पर सिग्नल की पहचान कैसे करें, सिग्नल काल आउट की वास्तविक विधि एवं लाभ, अतीत के ओवर शूटिंग में हुयी चूक की पुनरावृति न हो इस पर तार्किक चर्चा हुयी साथ ही संचालन में किसी प्रकार का भ्रम ना पाले ,क्वालिटी रेस्ट करें तथा मोबाईल फ़ोन को एक बीमारी बताते हुए ड्यूटी के दौरान मोबाइल से दूर रहने की सलाह दी ,वरि. मंडल बिजली इंजीनियर उ.म.रे. प्रयागराज प्रदीप शर्मा ने संगोष्ठी में आये कर्मियों से MASS Counselling पर विस्तृत चर्चा की, ऑटोमेटिक खंड में दिए जाने वाले प्राधिकार पत्र के बारे में विस्तार से बताया साथ ही क्रू को सेक्शन में मिलने वाले अनियमितता को चालक दल, सी एम एस अथवा लाबी में रखे रजिस्टर में अंकित करने के हेतु प्रोत्साहित किया, संगोष्ठी में मुख्य लोको निरीक्षक (मुख्यालय) अवधेश कुमार ने हाल ही में हुये स्पैड प्रकरण पर चर्चा की तथा गाड़ी संचालन के दौरान एकाग्रता के महत्व के बारे में समझाया| रनिंग कर्मचारियों को स्पैड की घटनाओ का जिक्र करते हुए रनिंग कर्मियों को जागरूक किया तथा संरक्षित संचालन में परिवार की भागीदारी का महत्त्व समझाया , संगोष्ठी में कर्मियों ने भी अपने अपने मंतव्य एवं अनुभव साझा किया संगोष्ठी कार्यक्रम का संचालन मुख्य क्रू नियंत्रक(सामान्य)/ प्रयागराज वासुदेव पाण्डेय के द्वारा किया गया I