अब फिजिकल लूट-डकैती की जगह साइबर ठगी बढ़ी:
जेपी सिंह, साइबर एक्सपर्ट प्रयागराज
प्रयागराज: तेजी से बढ़ते साइबर अपराधों और ठगी रोकने के प्रयासों को लेकर पुलिस आयुक्त प्रयागराज के निर्देश पर साइबर सुरक्षा कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला नैनी स्थित सेंट जोसेफ स्कूल में 6 यूपी गर्ल्स बटालियन एनसीसी के 505 कैडेट्स के लिए आयोजित की गई।
कार्यशाला में साइबर सेल प्रयागराज केएक्सपर्ट जय प्रकाश सिंह ने साइबर ठगी के विभिन्न तरीकों और उनसे बचने के उपायों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहले लूट-डकैती फिजिकल होती थी, लेकिन अब कोई व्यक्ति देश/विदेश में बैठकर भी साइबर फ्रॉड के जरिए लाखों रुपए की ठगी कर सकता है। कार्यक्रम में कर्नल प्रवीन कुमार एस, मेजर हरविंदर सिंह, ए.एन.ओ. सीमा तिवारी, और सी.एच.एम. सहदेव व मनीष कुमार भी मौजूद रहे।
डिजिटल अरेस्ट और एपीके फाइल के खतरे पर चर्चा
जय प्रकाश सिंह ने कहा कि “डिजिटल अरेस्ट” एक झूठा शब्द है, और इससे बचना चाहिए। उन्होंने महाकुंभ के नाम पर हो रही टेंट/कॉटेज बुकिंग फ्रॉड और व्हाट्सएप पर प्राप्त होने वाली एपीके फाइल्स को इंस्टॉल न करने की सलाह दी।
खातों का दुरुपयोग
कार्यशाला में यह महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई कि लोग अपने बैंक खातों को थोड़े से लाभ के लिए दूसरों को सौंप रहे हैं। इसका उपयोग साइबर ठगी में किया जा रहा है जय प्रकाश सिंह ने स्पष्ट किया कि यदि खाता धारक की जानकारी के बिना ऐसा होता है, तो वह बच सकता है। लेकिन यदि वह जानबूझकर ऐसा करता है, तो वह साइबर ठगी के लिए जिम्मेदार माना जाएगा।
कैडेट्स ने पूछे सवाल, मिले विस्तृत जवाब
कार्यशाला के दौरान गर्ल्स कैडेट्स ने साइबर अपराध से जुड़े कई सवाल पूछे, जिनका साइबर एक्सपर्ट जय प्रकाश सिंह ने विस्तार से जवाब दिया।
साइबर सेल प्रयागराज के प्रयासों की सराहना
कर्नल प्रवीन कुमार एस ने साइबर ठगी रोकने के लिए प्रयागराज साइबर सेल द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यशालाओं से कई नई जानकारियां सामने आती हैं।
मेजर हरविंदर सिंह ने लोगों से अपील की कि वे साइबर ठगी पर प्राप्त जानकारी को कम से कम चार-पांच अन्य लोगों के साथ साझा
करें।