रामजानकी दास की उपाधि के साथ श्रृंग्वेरपुर आश्रम के उत्तराधिकारी घोषित हुए जितेंद्र शांडिल्य महाराज
लालगोपालगंज। श्रृंगवेरपुर धाम के श्रीराम वर विश्राम धाम आश्रम के महंत राम प्रसाद दास शास्त्री जी महाराज ने जितेंद्र शांडिल महाराज का अभिषेक करते हुए राम विश्राम धाम आश्रम का उत्तराधिकारी घोषित किया। जिसमें साधु संत समाज के साथ स्थानीय ग्रामीणों की उपस्थिति रही।
उत्तराधिकारी घोषणा कार्यक्रम के दौरान निंबार्क आश्रम से पधारे स्वामी राधा माधव दास महाराज ने कहा कि आज समाज व्यक्तिवाद के कारण टूट रहा है। समाज को पुनः वेदों की ओर लौटने की आवश्यकता है। जिसमें परिवार और उसके संस्कारों का विस्तृत वर्णन किया गया है। समाज ने एकांत विचारधारा को अपनाते हुए संयुक्त अवधारणाओं को पीछे छोड़ दिया है। जगतगुरु रामानुजाचार्य प्रयाग पीठाधीश्वर धराचार्य महाराज के उत्तराधिकारी महाराज ने उत्तराधिकारी घोषणा कार्यक्रम के दौरान हिंदुओं को पुनः जोड़ने की बातें कहीं। महाराज जी ने बताया कि हिंदू एक सभ्यता है, संस्कृति है। जिसने समाज के हर वर्ग का सृजन किया है। हम सभी को हिंदुत्व की विचारधारा को अपनाते हुए सनातन संस्कृति को शिखर तक पहुंचाने का संकल्प लेना चाहिए। ताकि प्राचीन काल से प्रख्यात विश्वगुरु की संकल्पना चरमोत्कर्ष तक पहुंच सके। कार्यक्रम में आचार्य चंद्र देव महाराज,सच्चा बाबा आश्रम अरेल स्वामी लाल बाबा जी,बैकुंठ धाम श्री वैष्णव राम संप्रदाय मुरारी देवाचार्य महाराज, तुलसीदास जी बड़ा स्थान भारतगंज, महामंडलेश्वर स्वामी बृज किशोर जी महाराज, चंद्रशेखर जी महाराज, पुजारी जी महाराज भंडारी जी महाराज उपस्थित रहे। जितेंद्र शांडिल्य महाराज ने उत्तराधिकारी बनाये जाने पर अपने आश्रम और समाज के प्रति कर्तव्यों को नई रूपरेखा देने की बात कही। श्री तुलसी साहित्य प्रचार समिति उपाध्यक्ष अरुण द्विवेदी और समाजसेवी अटल त्रिपाठी ने आये हुए अतिथियों का अंगवस्त्र देकर सम्मान किया। इस दौरान डॉ सुभाष मिश्र, हरि भट्ट, कुलदीप नारायण तिवारी संतोष तिवारी संतोष शुक्ला भुवन तिवारी सुरेश वैभव मिश्र समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।