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मुक्त विश्वविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी आज से,भारत में ई- गवर्नेंस और सार्वजनिक सेवाओं के वितरण पर विद्वान करेंगे मंथन

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मुक्त विश्वविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी आज से,भारत में ई- गवर्नेंस और सार्वजनिक सेवाओं के वितरण पर विद्वान करेंगे मंथन

रिपोर्ट:कुलदीप शुक्ला

उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के समाज विज्ञान विद्या शाखा के तत्वावधान में आगामी 2 एवं 3 दिसंबर 2022 को भारतीय सामाजिक अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘भारत में ई- गवर्नेंस और सार्वजनिक सेवाओं का वितरण: उभरते मुद्दे, चुनौतियां एवं भविष्य’ का आयोजन सरस्वती परिसर स्थित लोकमान्य तिलक शास्त्रार्थ सभागार में सुनिश्चित किया गया है। जिसमें देशभर के विद्वान प्रतिभाग करेंगे।
राष्ट्रीय संगोष्ठी के निदेशक प्रोफेसर एस कुमार, प्रभारी, समाज विज्ञान विद्या शाखा ने बताया कि उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि प्रोफेसर के एन सिंह, कुलपति, दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, गया, बिहार होंगे जबकि विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर ए के महापात्रा, स्कूल आफ इंटरनेशनल स्टडीज, जे एन यू नई दिल्ली एवं मुख्य वक्ता प्रोफेसर मनोज दीक्षित, पूर्व कुलपति, डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या होंगे। अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह करेंगी।
आयोजन सचिव डॉ आनंदानंद त्रिपाठी ने बताया कि संगोष्ठी का समापन 3 दिसंबर 2022 को अपराह्न 2:30 बजे सुनिश्चित है। समापन सत्र के मुख्य अतिथि प्रोफेसर संजीव कुमार शर्मा, पूर्व कुलपति, महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी एवं मुख्य वक्ता प्रोफेसर आर एस यादव, कुलपति, बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय, रोहतक होंगे। समापन सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह करेंगी।
राष्ट्रीय संगोष्ठी के सह सचिव डॉ त्रिविक्रम तिवारी एवं डॉ दीपशिखा श्रीवास्तव ने बताया कि राष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रतिभाग करने के लिए देश भर से प्रतिभागियों के आने का सिलसिला जारी है। उनकी आवासीय व्यवस्था विश्वविद्यालय की तरफ से की गई है। इस अवसर पर प्रतिभागी शोध पत्रों का वाचन करेंगे।
मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने बताया कि देश के प्रतिष्ठित संस्थान भारतीय सामाजिक अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में शासन एवं विकास, ई- शासन, सूचना प्रौद्योगिकी अवसंरचना, ई-सेवाएं, सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाएं, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का उपयोग, सार्वजनिक सेवाओं का डिजिटीकरण, प्रत्यक्ष लाभार्थी अंतरण डीबीटी, डिजिटल प्लेटफॉर्म जेम, ई-प्रोक्योरमेंट, ई ग्राम स्वराज, ई टेंडरिंग, पीएफ एमएस, ई ऑफिस, लोक नीति और विकास, ई-वाणिज्य एवं व्यवसाय, कोविड नियंत्रण और आदेश केंद्र, ई सुविधा, जन सुविधा, हेल्पलाइन चुनौतियां, रोड मैप और कार्य योजना तथा आजादी का अमृत महोत्सव डिजिटल भारत कुशल भारत आदि समसामयिक विषयों पर देशभर के विद्वानों द्वारा विशिष्ट व्याख्यान दिए जाएंगे।

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