सैन्य प्रशिक्षुओं ने जानी कुम्भ की व्यवस्था,कंपनियों के बारे में जुताई जानकारी
राष्ट्रीय सुरक्षा एवं रणनीतिक अध्ययन के 18 सैन्य प्रशिक्षु त्रिवेणी संगम के विहंगम दृश्य, अक्षयवट एवं लेटे हनुमान जी का दर्शन कर हुए अभिभूत
प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुम्भ एवं कुम्भ मेले के सफल आयोजन हेतु की जाने वाली तैयारियों, व्यवस्थाओं एवं भीड़ नियंत्रण के बारे में ली जानकारी
बमरौली स्थित ग्लासवेयर फैक्ट्री का भ्रमणकर प्रशिक्षुओं के द्वारा कम्पनी के टर्नओवर, रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट पर होने वाले खर्च, बचत, उत्पादन विधि, टेस्टिंग प्रासेस और बिजनेस पार्टनर्स के बारे में ली जानकारी
राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय, रक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली के राष्ट्रीय सुरक्षा एवं रणनीतिक अध्ययन के 18 सैन्य प्रशिक्षु बुधवार को संगम क्षेत्र के वीआईपी घाट से मोटरबोट द्वारा गंगा, यमुना सरस्वती के पवित्र त्रिवेणी संगम पर पहुंचकर आचमन करते हुए नमन किया। संगम के इस विहंगम दृश्य को देखकर सभी प्रशिक्षु अधिकारी गदगद एवं अभिभूत हो उठे व अपने कैमरों में इस दृश्य को कैद किया। उन्होंने अधिकारियों से प्रयागराज में महाकुम्भ, अर्धकुम्भ, माघ मेले के आयोजन व यहां पर पहुंचने वाले दैनिक श्रद्धालुओं/पर्यटकों की जनपद के आर्थिक उन्नति में क्या भूमिका है, के बारे में जानकारी ली। उन्होंने यहां पर लगने वाले मेले के दौरान आने वाली श्रद्धालुओं के अपार जनसमुदाय की भीड़ को कैसे नियंत्रित किया जाता है तथा आगामी महाकुम्भ 2025 के लिए भीड़ नियंत्रण एवं सफल आयोजन के लिए की जा रही तैयारियों के बारे में भी पूछा। इसके उपरांत सभी प्रशिक्षु अधिकारीगण संगम स्थित किले के अंदर अक्षयवट का दर्शन/पूजन किया तथा वहां पर उपस्थित पुजारी से अक्षयवट के ऐतिहासिक महत्व के बारे में जानकारी ली व लेटे हनुमान जी का दर्शन/पूजन भी किए।
इसके उपरांत प्रशिक्षु अधिकारीगण बमरौली स्थित हिन्दुस्तान ग्लास वर्क्स लिमिटेड की ग्लासवेयर फैक्ट्री पहुंचे, जहां पर मैनेजिंग डायरेक्टर के0 अरविन व अन्य कर्मिंयों के द्वारा प्रशिक्षुओं का स्वागत किया गया। फैकेल्टी इंचार्ज मेजर जर्नल श्री मुकेश अग्रवाल के द्वारा बताया गया कि भारत की इकोनाॅमी, साइंस, टेक्नोलाॅजी, सैन्य रणनीति की समझ हेतु प्रशिक्षुओं को फील्ड टूर कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किस प्रकार से इण्डस्ट्रीज को बढ़ाया जा सकता है, उद्यमियों की समस्यायें क्या है तथा उसका क्या उपाय हो सकता है, के बारे में सुझाव प्राप्त किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी प्रशिक्षु ज्वाइंट सेके्रटरी लेवल के अधिकारी है, जिन्हें प्रदेश के चार शहरों लखनऊ, अयोध्या, प्रयागराज एवं वाराणसी का भ्रमण कराया जा रहा है। उन्होंने प्रशिक्षुओं के भ्रमण के उद्देश्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर के0 अरविन के द्वारा कम्पनी के बारे में प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी गयी। प्रशिक्षुओं द्वारा कम्पनी के टर्नओवर, रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट पर होने वाले खर्च, बचत, बनाने की विधि, टेस्टिंग प्रासेस और बिजनेस पार्टनर्स के बारे में मैनेजिंग डायरेक्टर से जानकारी ली गयी। तत्पश्चात प्रशिक्षुओं द्वारा कम्पनी के प्रत्येक सेक्शन का भ्रमण कर कम्पनी के व्यवस्थापक श्री ए0एस0 गांगुली से वहां बनाये जा रहे टफेंड/टेम्पर्ड ग्लास, लैमेंटेड ग्लास, इंसुलेटेड ग्लास, बेंड टफेंड ग्लास, बुलेटप्रूफ ग्लास, फ्रेमलेस ग्लेजिंग, रेलवे की विण्डो व ग्लास बनाने की टेक्नोलाॅजी, पैकिंग व ट्रांसपोर्टेशन आदि के बारे में विस्तार से जानकारी ली व देखा। बिग्रेडियर राकेश नायर द्वारा बताया गया कि कुल 18 प्रशिक्षुओं में 13 भारतीय व 05 विदेशी अधिकारी है, जिसमें एक-एक यूके, रूस,इण्डोनेशिया, नेपाल व श्रीलंका के है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षुओं के लखनऊ भ्रमण के दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल महोदया श्रीमती आनंदीबेन पटेल, मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र, आईआईडीसी श्री मनोज कुमार सिंह के द्वारा प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यस्था बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया गया है। विशेष कार्याधिकारी श्री आनंद कुमार पाण्डेय सहयोगी के रूप में प्रशिक्षु दल को लखनऊ, अयोध्या, प्रयागराज, वाराणसी का भ्रमण कराया जा रहा है। उन्होंने प्रयागराज के भ्रमण के दौरान प्रशिक्षुओं को प्रयागराज के, महात्म्य, ऐतिहासिकता एवं सांस्कृतिक विरासत के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर अपर नगर मजिस्टेट श्री सौरभ भट्ट, उपायुक्त उद्योग श्री लालजीत सिंह व सहयोगी तथा अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।