राष्ट्रीय ललित कला अकादेमी नई दिल्ली भारत सरकार की पत्रिका समकालीन कला में प्रयागराज के कलाकार रवीन्द्र कुशवाहा को मिला प्रमुख स्थान
रवीन्द्र कुशवाहा के चित्रों को राष्ट्रीय ललित कला अकादमी नई दिल्ली ने कला पत्रिका समकालीन कला में किया प्रकाशित,
प्रयागराज के वरिष्ठ कवि-कलाकार रवीन्द्र कुशवाहा के कैनवस पर सृजित दो तैल चित्रों *जन-जन के राम* तथा *कण-कण में राम* को राष्ट्रीय ललित कला अकादमी नई दिल्ली संस्कृति विभाग भारत सरकार ने अपनी कला पत्रिका समकालीन कला के शोध विशेषांक-53 के पृष्ठ 40 पर *जन-जन के राम* तथा पृष्ठ 94 पर *कण-कण में राम* को प्रमुख स्थान दिया है तथा शोध से संदर्भित सारगर्भित सचित्र उदाहरण प्रस्तुत किया है। समकालीन कला पत्रिका के शोध विशेषांक में प्रमुख स्थान पाने वाले प्रयागराज से एकमात्र रवीन्द्र कुशवाहा ऐसे प्रथम कलाकार हैं जिन्हें यह गौरव प्राप्त हुआ है जिन्होंने कला के क्षेत्र में प्रयागराज का मान बढ़ाया है। कलाकार रवीन्द्र कुशवाहा ने अकादमी के अध्यक्ष वी. नागदास एवं उनके संपादक मंडल को धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि अकादेमी ने प्रयागराज के कलाकार का चित्र प्रकाशित कर कलाजगत में प्रयागराज को गौरवान्वित किया है। भारत के सभी प्रतिष्ठित कलाकारों ने रवीद्र कुशवाहा के इस विशेष उपलब्धि पर बधाई संदेश भेजे हैं।