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नागपुर की बीजेपी नेत्री को नही ढूंढ पाई पुलिस,4 दिन जबलपुर में रहा डेरा

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नागपुर की बीजेपी नेत्री को नही ढूंढ पाई पुलिस,4 दिन जबलपुर में रहा डेरा

जबलपुर, (उमाशंकर मिश्रा)।

महाराष्ट्र नागपुर में बीजेपी की महिला नेत्री सना खान अचानक गायब हो गई हैं। 1 अगस्त को वह जबलपुर किसी अमित साहू उर्फ़ पप्पू नाम के शख्स से मिलने आई थी। इसके बाद महिला नेत्री की तलाश में नागपुर पुलिस की टीम शहर में 4 अगस्त से 8 अगस्त तक डेरा डाली हुई थी तथा महिला को तलाश कर रही थी। यश भारत से बात करते हुए मानकापुर थाना स्टेशन की प्रभारी शुभांगी वानखेडे का कहना है कि सना की गुमशुदगी के चलते हमारी टीम जबलपुर पहुंची थी, जहां गोराबाजार स्थित अमित के फ्लैट की तलाशी ली गई क्योंकि लास्ट लोकेशन गोराबाजार अमित साहू के फ्लैट की ही थी इसलिए हमारी पुलिस ने फ्लैट की छानबीन की । परंतु अभी भी युवती के बारे में कुछ पता नहीं चला है और उसकी तलाश जारी है। साथ ही अमित साहू उर्फ पप्पू भी गायब हैं। वही मामले को लेकर युवती के परिजन गोरा बाजार थाने पहुंचे और वहां पर पहुंचकर उन्होंने युवती के हत्या होने का अंदेशा जताया है परिजनों का कहना है कि कहीं ना कहीं युवती की हत्या कर दी गई है और उसे मार कर हिरन नदी में फेंक दिया गया।इसके बाद यह गुमशुदगी मिस्ट्री बन गई हैं।

*4 दिन जबलपुर शहर में डेरा डाली रही नागपुर पुलिस*
घरवालों की शिकायत पर महाराष्ट्र पुलिस ने गुमशुदगी का केस दर्ज सना की तलाश शुरू कर दी हैं। एक टीम जबलपुर भी रवाना हुई और ढाबा वाले अमित औरफ पप्पू साहू की भी खोजबीन की, लेकिन पुलिस के हाथ खाली रहे। नागपुर पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने सना की तलाश में कई टीमें गठित की। पुलिस के अनुसार सना बीजेपी के अल्पसंख्यक सेल से जुड़ी थीं और पार्टी में एक्टिव हैं। एक अगस्त की रात वह नागपुर के मानकापुर से जबलपुर के लिए रवाना हुई थी। अगले दिन दो अगस्त की सुबह सना से उसकी मां की बातचीत हुई। जिसमें उसने जबलपुर में होना बताया था। लेकिन शाम का सूरज ढलने के बाद उसका मोबाइल बन हो गया। तब से अभी तक सना से कोई संपर्क नहीं हो सका।

*आखिर कौन है अमित ऊर्फ पप्पू*
-सना की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने वाले परिजनों ने कई तरह की आशंकाएं जताई हैं। पुलिस के सामने उन्होंने जबलपुर के अमित उर्फ़ पप्पू साहू नाम के शख्स पर भी संदेह जताया हैं। घर वालों का कहना हैं कि पप्पू का जबलपुर में ढाबा हैं। वह क्रिमनल है। उसके खिलाफ हत्या समेत शराब तस्करी जैसे कई मामले दर्ज रहे हैं। घर वालों की एक बार पप्पू से भी फोन पर बात हुई, जिसने कहा था कि ‘सना विवाद करके वापस लौट गई’। दोनों के बीच पैसों के लेन-देन की बात भी सामने आई हैं।

*कई जगह दबिश, लेकिन पुलिस को मिली निराशा*
– मानकापुर थाना इंचार्ज शुभांगी वानखेड़े के मीडिया आए बयानों के मुताबिक़ सना की तलाश में पप्पू साहू पर भी जांच केन्द्रित हैं। लेकिन उसका अब तक कोई सुराग नहीं लग सका हैं। सना और पप्पू दोनों के मोबाइल कॉल डिटेल और लोकेशन भी ट्रेस किए जा रहे हैं। इधर जबलपुर पुलिस इस मामले में ज्यादा कुछ बोलने तैयार नहीं। नागपुर पुलिस की टीम जब जबलपुर पहुंची तो उसे कुछ और इनपुट मिलने की भी चर्चा हैं। हाल-फिलहाल जब तक पप्पू पुलिस के हाथ नहीं लगता है, तब तक सना की तलाश किसी चुनौती से कम नहीं।

 

नागपुर पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने सना की तलाश में कई टीमें गठित की। पुलिस के अनुसार सना बीजेपी के अल्पसंख्यक सेल से जुड़ी थीं और पार्टी में एक्टिव हैं। एक अगस्त की रात वह नागपुर के मानकापुर से जबलपुर के लिए रवाना हुई थी। अगले दिन दो अगस्त की सुबह सना से उसकी मां की बातचीत हुई। जिसमें उसने जबलपुर में होना बताया था। लेकिन शाम का सूरज ढलने के बाद उसका मोबाइल बन हो गया। तब से अभी तक सना से कोई संपर्क नहीं हो सका।

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