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उत्‍तर मध्‍य रेलवे प्रधान कार्यालय में राष्‍ट्र का 77 वां स्‍वतंत्रता दिवस समारोह हर्षोल्‍लास के साथ आयोजित

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उत्‍तर मध्‍य रेलवे प्रधान कार्यालय में राष्‍ट्र का 77 वां स्‍वतंत्रता दिवस समारोह हर्षोल्‍लास के साथ आयोजित

सुबेदारगंज स्थित उत्‍तर मध्‍य रेलवे प्रधान कार्यालय प्रयागराज में राष्‍ट्र का 77 वां स्वतंत्रता दिवस समारोह हर्षोल्‍लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्‍भ महाप्रबंधक सतीश कुमार द्वारा ध्‍वजारोहण के साथ हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम के दौरान महाप्रबंधक ने रेलवे सुरक्षा बल, भारत स्‍काउट एवं गाइड तथा सेंट जॉन एम्‍बूलेन्‍स ब्रिगेड की परेड का निरीक्षण किया। महाप्रबंधक ने उल्‍लेखनीय कार्य करने वाले 22 रेल कर्मियों को पुरस्‍कृत भी किया। पुरस्कृत कर्मचारियों में शेलेन्द्र कुमार पाल-वरि अनु अभियंता, इंजीनियरिंग/ब्रिज ता. आगरा, अमित कुमार-वरि. इंजी. / सू.प्रौ. सूचना प्रौद्योगिकी प्रकोष्ठ, आशीष कुमार- आरक्षण पर्यवेक्षक, सूचना प्रौद्योगिकी प्रकोष्ठ. सतपाल सिंह- कार्या. अधीक्षक/ कार्मिक, विद्याभूषण साह – वरि खण्ड अभि/ यांत्रिक, गगन उपाध्याय- कनि अभियंता/संकेत एवं दूरसंचार, हरीश कुमार बघेल- वरि टेकनिशियन/ यांत्रिक, उमेश चन्द्र- ट्रैक मेंटेनर/ इंजीनियरिंग, महेश चंद्र – पॉइंट्समैन/परिचालन, धीरज- उप निरीक्षक / रेल सुरक्षा बल, प्रेम चन्द्र अग्रवाल – वरि खण्ड अभि/ विदयुत् सामान्य, नितेश अस्थाना – कनि अभि/विदयुत्/यांत्रिक, राजू लाल मीना – ट्रैक मेंटेनर, राकेश सरोज – वरि खण्ड अभि / इंजीनियरिंग, मनोज कुमार यादव – हेड कांस्टेबल/ रेल सुरक्षा बल, विक्रम सिंह – हेड कांस्टेबल/ रेल सुरक्षा बल, करमवीर सिंह चाहर – यातायात निरीक्षक, राज कुमार – मु. कार्या. अधीक्षक/ भंडार, अशोक कुमार मीना – वरि खण्ड अभियन्ता/ संकेत और दूरसंचार, केदार प्रभाकर भुजंग- वरि खण्ड अभियन्ता/ यांत्रिक, आशुतोष मीना – कनि अभियंता/ सी. एम. एल. आर. झाँसी, नरेन्द्र कुमार जैन – वरि खण्ड अभियन्ता/ वर्कशाप झाँसी को सम्मानित किया गया।

इस दौरान महाप्रबंधक एवं अध्यक्षा, उत्तर मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन श्रीमती रूबी रानी सिंह ने तिरंगे गुब्बारे हवा में छोड़े । इस अवसर पर महाप्रबंधक ने प्रयागराज मंडल 14 रेल सुरक्षा बल पोस्टों के लिए प्रदान किए गए 14 वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके उपरांत रेल सुरक्षा बल के श्वान दस्ते द्वारा विभिन्न प्रदर्शन कर अपनी दक्षता का प्रदर्शन किया।

इस अवसर पर हुए रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रम में, श्रीमती पूर्णिमा के निर्देशन में टेंडरफीट के बच्चों द्वारा सलाम इंडिया पर समूह नृत्य, रंजीत गुप्ता, संदीप कुमार, रमाशंकर यादव एवं रक्षा श्रीवास्तव द्वारा – छोड़ो कल की बातें और मन कहता है इस धरती पर हम सब लें सत बार जनम दो समूह गीत, श्रीमती बीना सिंह द्वारा तेरी मिट्टी में मिल जावां तथा जहाँ डाल-डाल पर मिक्स गीत पर समूह नृत्य, श्रीमती पूर्णिमा के निर्देशन में भारत अनोखा राग है पर समूह नृत्य आदि की प्रस्तुति ने उपस्थित जनसमूह का मनमोह लिया।

स्वतंत्रता दिवस संदेश में महाप्रबंधक ने उत्‍तर मध्‍य रेलवे के सभी कर्मचारियों,जवानों, पर्यवेक्षकों, अधिकारियेां एवं उनके परिजनों को गौरवशाली राष्‍ट्र के 77 वें स्‍वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी और उदबोधन दिया।

महाप्रबंधक ने कहा

“अपने महान राष्ट्र के 77वें स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर उत्तर मध्य रेलवे के सभी रेलकर्मियों और उनके परिजनों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता की भावना हमें अपार हर्ष एवं गौरव की अनुभूति कराती है। हमें यह हमेशा याद रखना चाहिए कि आजादी की जिस सोंधी और खुली हवा में हम साँस ले रहे हैं, वह हमारे देशवासियों के अथक प्रयासों एवं असंख्य बलिदानों का प्रतिफल है। यह पावन दिन हमें अपने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के अप्रतिम संघर्ष एवं देश के प्रति उनके अनुपम त्याग एवं बलिदान का स्मरण कराता है और हमें प्रेरणा देता है। यह वह सुअवसर भी है जब हम अपने कार्यनिष्पादन की समीक्षा करते हैं और अपने सभी कार्यों और कार्य क्षेत्र में प्रगति एवं उत्थान के उच्च सोपान तक पहुँचने के लिए एकजुट होकर निरंतर प्रयासरत रहने का संकल्प लेते हैं।

आप सबके सतत प्रयासों से उत्तर मध्य रेलवे के कार्यनिष्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसके परिणामस्वरूप हमने वर्तमान वित्त वर्ष के जून महीने तक सकल मूल अर्जन में लगभग 13% की अत्यंत प्रभावशाली वृद्धि हासिल की है। हमने पिछले वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में 35.51% अधिक यात्रियों का परिवहन कर यात्री अर्जन में भी 17.85% की वृद्धि हासिल की है। पिछले वर्ष की तुलना में हमारे विविध अर्जन में भी 147.8% की बढ़ोत्तरी हुई है।

अमृत काल ‘नए भारत’ के लिए प्रधानमंत्री के विजन 2047 की भव्य परिकल्पना का अहम हिस्सा है। यह हमारे राष्ट्र के लिए उस नव विहान का द्योतक है, जिसकी रोशनी में राष्ट्र की आकांक्षाओं को मूर्त रूप देने और उन्हें पूरा करने के अपरिमित अवसर उपलब्ध होंगे। इस नए युग में प्रगति और विकास की जो नई योजनाएं तैयार होंगी, उनमें पर्यावरण के अनुकूल हरित पद्धतियों एवं अत्याधुनिक प्रणालियों द्वारा हासिल किए जाने वाले सतत विकास का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान होगा। इस परिदृश्य में हम सबको समाज के सबसे निचले पायदान पर खड़े व्यक्ति की सेवा के उद्देश्य से बनाई गई नीतियों और योजनाओं के अनुरूप कार्य करने तथा भारतीय रेल के ‘नेट जीरो’ कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरे प्राण-प्रण के साथ कमर कस लेना है। उत्तर मध्य रेलवे मिशन लाइफ-पर्यावरण के लिए जीवन शैली के ध्येय को साकार करने में अपना विशिष्ट योगदान कर रही है और हम अपने दैनिक जीवन एवं कार्यों में इसकी मूल भावना को आत्मसात कर रहे हैं। इस उद्देश्य को सफल बनाने के लिए हमें इसमें समाज के सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास करना होगा, जिससे आने वाले दिनों में हमारा देश विश्व अर्थव्यवस्था का चमकता हुआ सितारा बन सके।

उत्तर मध्य रेलवे अपने स्टेशनों का कायाकल्प कर रही है और उनको इस तरह से विकसित कर रही है कि वे अपने शहर के प्रतीक के रूप में दिखाई दें, साथ ही वे सिटी सेंटर और व्यावसायिक गतिविधियों का केंद्र बन कर उभरें। हम 3300 करोड़ रुपए की लागत से अपनी रेलवे के 52 स्टेशनों का पुनर्विकास कर रहे हैं। इनमें प्रत्येक मंडल के 15 स्टेशन अमृत भारत स्टेशन के रूप में शामिल किए गए हैं। स्टेशन पुनर्विकास का यह कार्य प्रयागराज, कानपुर, वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी, ग्वालियर, खजुराहो, मथुरा आदि स्टेशनों पर किया जा रहा है। हाल ही में, प्रधानमंत्री मोदी ने इनमें से 13 स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी है और उससे संबंधित कार्य शुरू कर दिए गए हैं।

अपने सम्मानित यात्रियों की सहूलियत और सुख-सुविधाओं का ध्यान रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। यात्रियों की संतुष्टि एवं उनकी अपेक्षाओं के प्रति हम निरंतर प्रतिबद्ध हैं। अपने यात्रियों की सहायता और यात्रा के दौरान उनकी शिकायतों के निराकरण के लिए हमारी रेल मदद सेल चौबीसों घंटे कार्यरत है। वर्तमान वर्ष के दौरान ‘रेल मदद‘ में जो शिकायतें प्राप्त हुई हैं, उन शिकायतों का तत्परता के साथ निराकरण किया जा रहा है।

अपने जोन के यात्रियों की सुविधा के लिए हमने दो जोड़ी नई गाड़ियों का सफल संचालन शुरू किया है तथा एक गाड़ी का विस्तार किया है। इनमें रानी कमलापति-निजामुद्दीन वंदे भारत तथा ग्वालियर-इटावा मेमू नई गाड़ियाँ हैं और कालिंदी एक्सप्रेस को प्रयागराज तक बढ़ाकर चलाया जा रहा है। जनता की माँग को पूरा करने के लिए जोन के विभिन्न स्टेशनों पर 17 गाड़ियों का अस्थायी स्टॉपेज दिया गया है और अतिरिक्त माँग को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष अप्रैल से जून तक 285 ट्रिप स्पेशल गाड़ियाँ चलाई गईं और विभिन्न गाड़ियों में 563 ट्रिप अतिरिक्त कोच जोड़े गए। अपने सम्मानित यात्रियों की सुविधा के लिए इस वर्ष विभिन्न स्टेशनों पर 6 स्वचालित सीढ़ियाँ लगाई गई हैं। वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान 9 और स्वचालित सीढ़ियाँ तथा 20 लिफ्ट लगाई जाएंगी। गाड़ियों में शीघ्र पानी भरने की सुविधा के लिए किए जा रहे हमारे प्रयासों के तहत आगरा छावनी स्टेशन पर क्विक वाटरिंग सिस्टम लगाया गया है और शीघ्र ही टूण्डला, गोविंदपुरी तथा खजुराहो स्टेशनों पर भी यह सिस्ट्म लगाया जाएगा। अब तक 16 पैसेंजर ट्रेनों को मेमू ट्रेनों में परिवर्तित कर दिया गया है, जिनमें बायो टॉयलेट, सीसीटीवी एवं पैसेंजर इन्फार्मेशन सिस्टम जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। सामान्य श्रेणी के कोच के यात्रियों को कम मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण भोजन सुलभ हो सके, इसके लिए हमने गाड़ियों के जनरल कोचों के सामने जनता खाना स्टॉल की सुविधा भी शुरू की है।

यात्रियों की सुरक्षित एवं आरामदायक यात्रा के लिए इस वर्ष कंसपुर गुगौली, जसवंत नगर, कुरस्ती कलां और आंतरी स्टेशन पर कुल 4 नए ऊपरी पैदल पुलों का निर्माण कराया गया है। बंध बारेठा और अझई स्टेशन के प्लेटफार्मों की ऊँचाई बढ़ाई गई है, साथ ही अझई स्टेशन के प्लेटफार्म का विस्तार भी किया गया है।

बेहतर संरक्षा मानक एवं कार्य संस्कृति सुनिश्चित करने की दिशा में हमने कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। पिछले वित्त वर्ष के दौरान 53 रोड ओवर ब्रिज/रोड अंडर ब्रिज अथवा लिमिटेड हाइट सबवे का निर्माण किया गया था और इस वर्ष जून माह तक 28 रोड ओवर बिज एवं रोड अंडर ब्रिज का निर्माण किया जा चुका है। समपारों पर संरक्षा को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के क्रम में हमने कई समपार फाटकों को समाप्त किया है, साथ ही इस वर्ष 3 समपार फाटकों की इंटरलॉकिंग की है। इसके अतिरिक्त 27 समपार फाटकों पर सीसीटीवी भी लगाई गई है। समपारों पर संरक्षा सुनिश्चित करने की दृष्टि से हमने अंतरराष्ट्रीय समपार जागरूकता दिवस के अवसर पर एक मोबाइल वीडियो वैन चलाई है, जो 45 दिनों के अपने अभियान में तीनों मंडलों में जनता को समपारों पर संरक्षा के प्रति जागरूक करेगी। इसके अतिरिक्त इस वर्ष जुलाई माह तक हमने 6 समपारों को भी समाप्त कर दिया है।

संरक्षा में वृद्धि सुनिश्चित करने की दृष्टि से हम अपनी परिसंपत्तियों को उन्नत एवं अत्याधुनिक बनाने तथा उनके नवीनीकरण का कार्य कर रहे हैं। पिछले वर्ष के दौरान 50 पुलों तथा इस वित्त वर्ष के दौरान जून, 2023 तक 13 और पुलों का नवीनीकरण किया गया। रेलपथ अवसंरचना को सुदृढ़ करने की दिशा में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में इस वर्ष जून, 2023 तक टीएफआर में 318% की वृद्धि, टीएसआर(पी) में 201%, सीटीआर में 71%, टीटीआर में 62% और टीआरआर(पी) में 11% की और अधिक प्रगति हासिल की गई है। इस वर्ष हमने 9065 किलोमीटर यूएसएफडी परीक्षण किया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4% अधिक है। हमारे भंडार विभाग ने पूरे वर्ष के दौरान संरक्षा एवं यात्री सुविधा से संबंधित मदों की उपलब्धता सुनिश्चित की है।

हमारा संरक्षा विभाग कर्मचारियों में निरंतर संरक्षित कार्य प्रणाली अपनाने की भावना का प्रसार कर रहा है। इस वित्त वर्ष के दौरान संरक्षा विभाग द्वारा 7 संरक्षा अभियान चलाए गए। वर्ष 2023-24 के दौरान जुलाई तक कार्य के दौरान संरक्षा के प्रति अनुकरणीय सतर्कता प्रदर्शित करने वाले 22 कर्मचारियों को पुरस्कृत किया गया है। आज स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर भी ऐसे 22 कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जा रहा है, जिन्होंने जानमाल की रक्षा, अभिनव कार्य एवं कार्य प्रणाली में सुधार, संरक्षा एवं सुरक्षा तथा थ्रूपुट की वृद्धि में अत्यंत सराहनीय भूमिका निभाई है। संरक्षा के प्रति सतर्कता एवं निष्ठा का वातावरण बनाने में रेल कर्मियों के परिवार की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है, इसलिए उनमें संरक्षा की मूल भावना के प्रसार हेतु 31 फैमिली इंटरैक्शन/सेमिनारों का आयोजन किया गया। आग लगने की घटनाओं की रोकथाम के लिए हमने 17 स्टेशनों/स्थानों पर फायर अलार्म सिस्टम लगाए हैं। इसके अलावा उत्तर मध्य रेलवे के 475 कोचों तथा 50 पावर कारों में फायर स्मोक डिटेक्शन एवं सप्रेशन प्रणाली लगाई गई है और इस वर्ष के अंत तक शेष कोचों में भी यह प्रणाली लगा दी जाएगी।

”गतिशीलता ही हमारी पहचान” उत्तर मध्य रेलवे का आदर्श वाक्य है और हम इसके प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। हम देश के व्यस्ततम रूटों में से एक रूट पर गाड़ियों का संचालन करते हैं। इसके बावजूद भी हम अपने जोन में समयपालन के स्तर को बनाए रखने तथा गतिशीलता बढ़ाने की दिशा में अपना समग्र प्रयास कर रहे हैं। आम जनता की बढ़ती हुई अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए हम प्राथमिकता के आधार पर क्षमता विस्तार के कई कार्य कर रहे हैं। इस संबंध में इस वर्ष गेज परिवर्तन परियोजना के तहत 11 किलोमीटर बिरलानगर-रायरू सेक्शन, परखम-चिकसाना को जोड़ने वाली अछनेरा बाईपास लाइन, रूमा-चकेरी-चंदारी तीसरी लाइन तथा मारीपत-चिपियाना बुजुर्ग चौथी लाइन चालू की गई। इस वर्ष 22.44 किलोमीटर स्वचालित सिगनल प्रणाली भी चालू की गई। पिछले वर्ष 32 स्टेशनों तथा इस वर्ष 7 स्टेशनों पर अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का प्रावधान किया गया। आगरा-पलवल तीसरी लाइन, झाँसी-भीमसेन अप एवं डाउन लाइन तथा बाद यार्ड की नई लाइन पर अधिकतम गति सीमा को बढ़ाया गया है। दो स्थायी गति प्रतिबंधों को भी हटा लिया गया है या उन पर गति सीमा बढ़ाई गई है।

पर्यावरण अनुकूल रेलवे के प्रति हमारी प्रतिबद्धता हमारे दैनिक कार्य प्रणाली में परिलक्षित होती है। इस वर्ष हमने कानपुर में स्व-चालित कोच वाशिंग संयंत्र लगाया है। इसे सूबेदारगंज तथा ग्वालियर स्टेशनों पर भी लगाया जाएगा। हमने 30 एलएचबी रेकों को हेड आन जेनरेशन के अनुकूल बना दिया है, जिसके परिणामस्वरूप इस वर्ष की पहली तिमाही के दौरान लगभग 11 करोड़ रुपए के राजस्व की बचत हुई है। हमारे सौर ऊर्जा संयंत्र अत्यंत दक्षतापूर्वक कार्य कर रहे हैं, जिनसे अब तक के सर्वाधिक 2.85 करोड़ रुपए के राजस्व की बचत हुई है। अपनी रेलवे में सरकारी कामकाज में पारदर्शिता और तेजी लाने की दृष्टि से सामग्री प्रबंधन से संबंधित सभी कार्यों का डिजिटलीकरण किया गया है। जोन के 334 बिजली इंजनों में आरटीआईएस भी लगाए गए हैं। इससे रनिंग ट्रेनों के कंट्रोल चार्ट बनाने में सुविधा होगी, साथ ही निर्धारित अनुरक्षण हेतु इंजनों की ट्रैकिंग भी आसान हो जाएगी। हमारी रेलवे में सेटलमेंट एडवांस, पास/पीटीओ जारी करने, अंतर रेलवे और अंतर मंडलीय स्थानांतरण, छुट्टी आदि के कार्य अब संबंधित माड्यूल के माध्यम से आन लाइन किए जा रहे हैं, जो डिजिटाइजेशन और सरकारी कामकाज में पारदर्शिता लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

कार्य प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करने में हमारा सतर्कता विभाग अपना सक्रिय योगदान दे रहा है। इस वर्ष सतर्कता विभाग द्वारा प्रणालीगत सुधार के 18 निर्देश जारी किए गए। सतर्कता विभाग की सक्रियता से 21.20 लाख रुपए की बचत हुई।

यात्रियों की सुरक्षा भी हमारा सर्वोपरि दायित्व है। हमारे रेल सुरक्षा बल के कर्मचारी यात्रियों और रेल संपत्तियों की सुरक्षा के प्रति निरंतर सतर्क एवं सचेष्ट रहते हैं। हमारी रेल सुरक्षा बल टीम द्वारा ऑपरेशन ‘नन्हे फरिश्ते’ के अंतर्गत 219 बच्चों को बचाया गया तथा ऑपरेशन ‘नार्कोस’ के तहत मादक पदार्थों की बिक्री करने वाले 57 लोगों को पकड़ा गया और उनके पास से 98.50 लाख रुपए की प्रतिबंधित मादक सामग्री बरामद की गई। उन्होंने ऑपरेशन ’जीवन रक्षा’ के अंतर्गत 8 यात्रियों की जान बचाई तथा टिकटों की काला बाजारी पर अंकुश लगाने के लिए ऑपरेशन ‘उपलब्ध’ के तहत 83 अनधिकृत टिकट एजेंटों को पकड़ा। इन अभियानों के तहत निर्धारित किए गए लक्ष्यों को पूरा करने में उत्तर मध्य रेलवे में तैनात सुरक्षा कर्मियों ने अपनी उत्कृष्ट कार्य क्षमता का प्रदर्शन किया है तथा पूरे जोन में सुरक्षा और संरक्षा का वातावरण बनाए रखने के लिए अपनी ड्यूटी पर पूरी तरह मुस्तैद हैं। हमारे जवान, यात्रियों के अमूल्य जीवन की रक्षा के लिए निरंतर जिस तत्परता और त्वरित कार्रवाई के साथ अपनी कर्तव्यनिष्ठा प्रदर्शित करते हैं, वह अत्यंत ही सराहनीय है।

अपने समर्पित अधिकारियों और कर्मचारियों में कार्य के प्रति संतुष्टि का भाव सुनिश्चित करने के लिए हमने कई कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं। केंद्रीय चिकित्सालय, प्रयागराज में वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रतीक्षालय की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। हमारे चिकित्सा विभाग द्वारा कैंसर की जाँच, फाइब्रोस्कैन तथा आर्थोपेडिक जाँच शिविरों सहित विशेष स्वास्थ्य जाँच शिविर भी आयोजित किए गए। जोन के विभिन्न लोकेशनों पर अधिकारियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए लगाए गए शिविरों में 103 अधिकारियों के स्वास्थ्य की जाँच की गई। इसके अतिरिक्त कर्मचारियों के लिए भी 180 स्वास्थ्य जाँच शिविर आयोजित किए गए। हमारी चिकित्सा टीमों द्वारा वर्ष के दौरान लगभग 7000 यात्रियों को प्राथमिक चिकित्सा सहायता प्रदान की गई।

रेलवे भर्ती बोर्ड से 859 तथा रेल भर्ती प्रकोष्ठ से 2576 उम्मीदवारों का पैनल प्राप्त होने के फलस्वरूप हमारे जोन के कार्यबल में वृद्धि हुई है और हमारा संगठन मजबूत हुआ है। उत्तर मध्य रेलवे के कार्य अध्ययन प्रकोष्ठ द्वारा पर्यवेक्षकों के लिए एमडीपी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं और हाल ही में आयोजित 125वें कार्यक्रम में 30 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया है।

हमारे खिलाड़ी और सांस्कृतिक टीम के कलाकार अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन द्वारा सदैव ही उत्तर मध्य रेलवे का गौरव बढ़ाते रहे हैं। अभी हाल ही में संपन्न राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाली सुश्री कोमल कोहार को मैं बधाई देता हूँ। हमारे हॉकी खिलाड़ी श्री अमित कुमार का अंडर-21 राष्ट्रीय टीम में चयन हुआ है। इसके लिए मैं उन्हें अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ। मैं ग्वालियर में अंतर रेलवे हॉकी टूर्नामेंट तथा अंतर मंडलीय इंडोर चैंपियनशिप एवं अंतर मंडलीय फुटबाल टूर्नामेंट के सफल आयोजन के लिए अपने मुख्यालय एवं मंडल के खेल अधिकारियों को भी हार्दिक बधाई देता हूँ।

हमारी रेलवे में सरकार की राजभाषा नीति के कार्यान्वयन में राजभाषा विभाग द्वारा कई उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं। इस वर्ष हमारे दो कर्मचारियों ने रेलवे बोर्ड का प्रतिष्ठित प्रेमचंद पुरस्कार तथा एक कर्मचारी ने रेल यात्रा वृत्तांत पुरस्कार हासिल किया है।

उत्तर मध्य रेलवे में शांति और सौहार्दपूर्ण औद्योगिक संबंध बनाए रखने हेतु मैं अपनी मान्यता प्राप्त यूनियनों, संघों एवं संगठनों को धन्यवाद और हार्दिक बधाई देता हूँ।

विभिन्न सामाजिक कार्यों और मेला प्रबंधन में रेल प्रशासन को सदैव ही अपनी नि:स्वार्थ सेवा प्रदान करने के लिए मैं स्काउट एवं गाइड तथा सेंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड को बधाई देता हूँ। साइप्रस में आयोजित 38वें विश्व सम्मेलन में राजदूत के रूप में राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए सुश्री मनीषा गोयल, राज्य आयुक्त/गाइड को मैं विशेष रूप से हार्दिक बधाई देता हूँ। अत्यधिक गर्मी के मौसम में सामान्य श्रेणी कोच के यात्रियों को आसानी से पेयजल मिल सके, इस उद्देश्य से विभिन्न स्टेशनों के प्लेटफार्मों पर पीने के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने में हमारे स्काउट एवं गाइड द्वारा सक्रिय भूमिका निभाई गई। सेंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड के स्वयंसेवकों ने उड़ीसा में पुरी रथ यात्रा के दौरान अपनी सेवाएं तथा मध्य प्रदेश में आदिवासी क्षेत्र के कमजोर वर्ग के वंचित बच्चों को सहायता प्रदान की है, इसके लिए उनकी काफी सराहना हुई है। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में जागरूकता अभियान भी चलाया।

अपनी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से जरूरतमंद रेल कर्मियों और उनके परिवारों की सहायता में सराहनीय योगदान देने के लिए उत्तर मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन को भी मेरी हार्दिक बधाई।

आइए, आज के इस पावन अवसर पर उत्तर मध्य रेलवे की प्रगति के लिए हम सभी अपने आपको पुन: समर्पित करें, जिससे राष्ट्र निर्माण में भारतीय रेल अपना अमूल्य योगदान दे सके। “

 

इस वर्ष उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय कार्यालय में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह को वेब कास्ट के माध्यम से सभी रेल कर्मियों एवं अन्य लोगों तक पहुंचने के लिए तैयार किया गया था।

इस अवसर उत्तर मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा, पदाधिकारी एवं अन्य सदस्य, उत्तर मध्य रेलवे के सभी प्रमुख विभागाध्यक्ष, अन्य अधिकारी गण एवं बड़ी संख्या में कर्मचारी एवं उनके परिवार के सद्स्य उपस्थित रहे ।

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