भाजपा मुसलमानों की राजनीतिक परिपक्वता से डरी हुई है- शाहनवाज़ आलम
मुस्लिम जन प्रतिनिधियों को अपमानित करने और फ़र्ज़ी मुकदमों में फंसाकर जेल भेजने का एक मात्र मकसद मुस्लिम समाज का राजनीतिक मनोबल गिराना और उनके नेतृत्व को कमज़ोर करना है। ये बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने आज इलाहाबाद के नैनी कॉटन मिल कॉलोनी में आयोजित बैठक में कही।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुसलमानों में राजनीतिक परिपक्वता बढ़ रही है जिनकी आबादी उत्तर प्रदेश में 20 प्रतिशत है। भाजपा को डर है कि यह प्रक्रिया चलती रही तो मुसलमानों में राजनीतिक नेतृत्व विकसित हो जाएगा। इसीलिए उनका मनोबल तोड़ने के लिए मुस्लिम सांसदों और विधायकों को टार्गेट किया जा रहा है।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि कांग्रेस के अलावा अन्य पार्टियां भी टूटे हुए मनोबल वाले मुस्लिम समाज को ही अपने हित में समझती हैं। क्योंकि वो अपनी आबादी की संख्या के हिसाब से अपनी हिस्सेदारी की बात नहीं कर पाते हैं। इसीलिए अपने मुस्लिम नेताओं के उत्पीड़न को ऐसी पार्टियां मुद्दा भी नहीं बनातीं।
उन्होंने कहा कि भाजपा की इस साज़िश को नाकाम करने और मुस्लिम नेतृत्व विकसित करने का एक ही तरीका है कि 20 प्रतिशत वोट बैंक वाला मुस्लिम समुदाय पूरी तरह कांग्रेस के साथ आ जाए जो कभी बिहार, असम, राजस्थान, पोंडीचेरी, महाराष्ट्र और बिहार में मुख्यमन्त्री बनाया करती थी।
इस मौके पर शहर अध्यक्ष अरशद अली, पीसीसी सदस्य फूजेल हाशमी, वरिष्ठ पार्षद तस्लीम उद्दीन, पूर्व शहर अध्यक्ष नफीस अनवर,जिला प्रवक्ता हसीब अहमद, प्रयागराज प्रभारी मुनताज सिद्दीकी, जाकिर हुसैन, शहर अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग, मो हसीन, अंजुम नाज़, रिजवाना बैगन, नैन कुशवाहा,महफूज़ अहमद, तबरेज अहमद, शकील अहमद,साबिर फरीदी, जाहिद नेता, मुख्तार अहमद, गुलाम वारिस, तालिब नेता, आदि मौजूद रहे।