बनारस के ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के दृष्टिगत मण्डलायुक्त एवं एडीजी जोन की अध्यक्षता में विभिन्न धर्मों के धर्म गुरूओं के साथ बैठक की गई।
सभी से आपसी प्रेम सौहार्द एवं भाई-चारा बनाये रखने में सहयोग करते हुए अफवाहों से बचने को कहा गया।
विभिन्न धर्म गुरुओं ने बैठक में सहभाग करते हुए पूर्ण सहयोग करने का दिया आश्वासन, कहा कोर्ट का फैसला होगा सर्वोपरि।
बनारस के ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के दृष्टिगत मण्डलायुक्त श्री संजय गोयल एवं एडीजी जोन श्री प्रेम प्रकाश की अध्यक्षता में विभिन्न धर्मों के धर्म गुरूओं के साथ आज मंडलायुक्त कार्यालय स्थित गांधी सभागार में बैठक की गई तथा सभी से आपसी प्रेम सौहार्द एवं भाई-चारा बनाये रखने में सहयोग करने तथा अफवाहों से बचने की अपील की गई।
इस अवसर पर मण्डलायुक्त ने सभी धर्म गुरूओं से पूर्व की भांति आगे भी पूर्ण शांति एवं आपसी सद्भाव बनाए रखने में सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि किसी भी व्यक्ति की स्वतंत्रता वहीं तक होती है, जहां तक वह किसी और की भावना या सम्मान को ठेस ना पहुंचाएं। अतः अफवाहों पर ध्यान न देते हुए सभी को सामंजस्य बनाए रखने में अपना योगदान करना चाहिए।
एडीजी जोन श्री प्रेम प्रकाश ने सभी धर्मों का उद्देश्य लोक कल्याण बताते हुए कहा कि धर्म गुरूओं द्वारा जो संदेश दिया जाता है, उसका समाज पर व्यापक प्रभाव पड़ता है अतः सभी धर्म गुरुओं को अपने अपने अनुयायियों को हर परिस्थिति में सामंजस्य बनाए रखने को प्रेरित करना चाहिए। आईजी जोन श्री राकेश सिंह ने भी आपसी भाई-चारा प्रेम व सौहार्द बनाये रखने में सभी धर्मों के धर्म गुरूओं से सहयोग करने की अपील की।
इसी क्रम में जिलाधिकारी श्री संजय खत्री ने गंगा-यमुनी तहजीब की चर्चा करते हुए सभी धर्मों के व्यक्तियों को धैर्य पूर्वक सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करने को कहा तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय कुमार ने सभी धर्म गुरुओं से लोकतंत्र एवं संविधान पर पूर्ण विश्वास रखने एवं वसुदेव कुटुंबकम की भावना का अनुसरण करते रहने की अपील की ।
बैठक में उपस्थित सभी धर्म गुरूओं से आपसी भाई-चारा एवं प्रेम बनाये रखने के सम्बंध में अपने-अपने विचार भी व्यक्त किए तथा सामंजस्य बनाये रखने में पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर विभिन्न धर्मों के धर्म गुरूओं के अलावा अन्य सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।