फाल्गुनी बयार युवाओं के सर चढ़ कर बोली,एक दूसरे को गुलाल से रंग कर बोले होली है
रिपोर्ट उमा शंकर मिश्रा,जबलपुर
ऋतु का पन्ना फिर से पलट रहा है कल तक के हरे भरे पत्तो से लदे पेड़ अब पतझड़ में खाली होने लगे है, टेशू के दगदगाते फूल भी टूट का जमी पर गिरने लगे है तो ऐसे में युवाओ की टोली उल्लास के साथ बोलते हुए एक दूसरे से ये कहने लगी है की रंग उमंग का त्यौहार होली अब करीब है। कुछ ऐसा ही नजारा भेड़ाघाट के पास देखने को मिला जब दो युवतिया रंग में सराबोर होकर एक दूसरे को रंग लगाती नजर आयी तो मानो ऐसा प्रतीत हो रहा था की रंगोत्सव की स्वागत तैयारी शुरू हो गयी हो.