- संगम नगरी की डर्टी पिक्चर मामले में सपा नेत्री ने पुलिस के रोल पर उठाए सवाल
हास्टल संचालक द्वारा लड़कियों के हॉस्टल बाथरूम में कैमरे फिट करना उसकी रिकार्डिंग करना!!
यह अपराध – समाज के प्रति किये जाने वाले दुर्दम्य अपराध में से एक है।
एक आम लड़की, किसी की बहन, किसी की बेटी, किसी की दोस्त,रिश्तेदार किसी के साथ भी यह घटना हो सकती है।
संगमनगरी पूरे उत्तर प्रदेश की दूर-दराज के क्षेत्रों से लड़कियां पढ़ने और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने आती हैं।
पर इस तरह की घटना ने पूरे समाज को सोच और दहशत में डाल दिया है। साथ ही अपराधी की तत्काल ज़मानत ने उसे सबूतों और शिकायतकर्ता को प्रभावित करने के भी मौका दे दिया है।
प्रयागराज पुलिस द्वारा इतने संवेदनशील मुद्दे पर इतनी बड़ी चूक आश्चर्यजनक और अपराधी को बचाने का संदेश देने वाला है।
इस तरह के अपराधियों का इससे मनोबल और बढ़ेगा की क़ानून उनका बाल भी बांका न कर सका।
पुलिस कहती है कि हम उसकी जमानत निरस्त कराएंगे??
पुलिस या तो नासमझ है या नासमझ बनने का प्रयास कर रही है ।
यह सर्वविदित है कि एक बार जमानत जब मिल जाती है तो जब तक उसका दुरुपयोग न किया जाए तब तक जमानत निरस्त नहीं होती
जैसे ही पुलिस उसकी जमानत को निरस्त कराने चलेगी पुलिस का प्रार्थना पत्र खारिज हो जाएगा।
पुलिस खानापूर्ति करके वापस लौट आएगी
इस बीच अपराधी सारे सबूत नष्ट कर चुका होगा, लड़कियों को ब्लैकमेल करने की मैसेज भेज चुका होगा और अपने तैयार किए हुए वीडियोस को सर्कुलेट कर सकता है!! जिसको उसने न जाने कहां -2 स्टोर किया होगा।
यह पुलिस द्वारा इस कुकृत्य के लिए मौका दिया जाना हैजिससे कि अपराध और विस्तारित कर दिया जाए।
#आवश्यकता है उसके ऊपर आईट एक्ट की सभी धाराएं लगा देने की
बेसिकली अपराधी का कुकृत्य *”महिलाओं के शील भंग” की परिभाषा में आता है ।
#क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट के साथ-साथ #गैंगस्टर एक्ट लगना चाहिए क्योंकि इस कुकृत्य के लिए उसे पूरे गैंग की आवश्यकता होगी इसमें और भी सदस्य होंगे सजा ऐसी होनी चाहिए कि कि आगे आने वाले इस तरह के अपराध करने वालों की सोच का सर्वनाश हो जाए।
उल्लेखनीय है कि सजा आगे होने वाले अपराधों को रोकने के लिए दी जाती है जिससे कि भविष्य में लोग ऐसा अपराध करने से डरे।
पर इस घटना में अपराधी का छूट जाना, अपराधियों का मनोबल बढ़ाने वाला है और महिलाओं में दहशत।
अतः इस तरह के अपराधों के रोकने के लिये हम सबको सामुहिक प्रयास करने होंगे।
जिस दिशा में हम लोगों ने प्रयास शुरू कर दिये है, आप लोग भी साथ आयें।
लड़कियों को भी जागरूक करना होगा बड़े पैमाने पर साथ ही वह समाज मे सुरक्षित महसूस कर सके इस दिशा में मजबूत प्रयास करने होंगे।