राजभाषा विभाग द्वारा क्षेत्रीय रेल स्त र पर हिंदी टिप्पतण एवं प्रारूप लेखन एवं हिंदी निबंध तथा वाक् प्रतियोगिताओं का आयोजन
राजभाषा हिंदी के प्रयोग-प्रसार में अधिकारियों एवं कर्मचारियों की रचनात्मएक सहभागिता बढ़ाने के उद्देषश्य से महाप्रबंधक श्री प्रमोद कुमार के निर्देशानुसार और मुख्यत राजभाषा अधिकारी श्री शशिकांत सिंह के मार्गदर्शन में उत्तेर मध्यी रेलवे मुख्यायलय के राजभाषा विभाग द्वारा क्षेत्रीय रेल स्तशर पर हिंदी टिप्प्ण एवं प्रारूप लेखन एवं हिंदी निबंध तथा वाक् प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में महाप्रबंधक कार्यालय सहित सभी मंडलों और कारखानों में कार्यरत कर्मचारियों ने अत्यंयत उत्सामह के साथ भाग लिया। ‘भारतीय रेल को आर्थिक रूप से आत्मरनिर्भर बनाने के उपाय’ विषय पर आयोजित़ हिंदी वाक् प्रतियोगिता में मुख्यागलय, मंडलों एवं कारखानों के प्रतिभागी उपस्थित थे। प्रतिभागी कर्मचारियों ने भारतीय रेल को आर्थिक रूप से आत्मोनिर्भर बनाने के उपायों पर विस्ताार से प्रकाश डाला तथा बदलते हुए समय के अनुरूप आय में वृद्धि और खर्च में कमी के विभिन्नन पहलुओं को रेखांकित किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्य क्ष मुख्यि राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य वाणिज्ये प्रबंधक श्री शशिकांत सिंह ने कहा कि वाक् प्रतियोगिता में वक्ता ओं को विषय की सम्य्क समझ होनी चाहिए और सटीक तथ्योंत के साथ-साथ स्पोष्टव अभिव्य क्ति भी होनी चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि भारतीय रेल को आर्थिक रूप से आत्मोनिर्भर बनाने के लिए आय और व्यिय के विभिन्न कारकों का गहराई से विश्ले षण किया जाना चाहिए क्योंएकि भारतीय रेल को न केवल आर्थिक रूप से आत्म्निर्भर बनाया जाना अपेक्षित है, बल्कि इसे नए और आत्मिनिर्भर भारत की समग्र अवधारणा को साकार करने में भी अग्रगामी भूमिका निभानी है। इस अवसर पर निर्णायक के रूप में उपस्थित उप मुख्यथ राजभाषा अधिकारी श्री शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि भारतीय रेल को आर्थिक रूप से आत्म निर्भर बनाने के लिए अपने ऋणों को कम करना होगा तथा अनुसंधान और विकास के स्त र को भी बढ़ाना होगा। श्री सिंह ने कहा कि इसके लिए देशी और विदेशी पर्यटकों को बढ़ाने के साथ-साथ ही रेलवे की भूमि का व्या।वसायिक उपयोग और विज्ञापन और प्रचार कार्य जैसे बिंदुओं पर भी ध्यारन दिया जाना आवश्यकक है। इस प्रतियोगिता में श्री एम. एस. नजमी, वरिष्ठु सेक्श न इंजीनियर/टेली., निर्माण संगठन, मुख्याणलय को प्रथम स्थाोन, श्री अजय प्रकाश, तकनीशियन, डीजल शेड, झाँसी को द्वितीय स्थाशन तथा सुश्री कुमारी किशोरी, कार्यालय अधीक्षक, यांत्रिक विभाग, मुख्याकलय को तृतीय स्थाान प्राप्तष हुआ। इसके अतिरिक्तथ श्री श्रीकृष्णु शुक्लाश, वाणिज्यक निरीक्षक, वाणिज्यक विभाग, मुख्याललय, श्री ओम कुमार कश्यसप, तकनीशियन, सिथौली कारखाना एवं श्री दीपक कुमार, लोको पायलट, आगरा को प्रेरणा पुरस्कालर के लिए पात्र घोषित किया गया। उक्तु प्रतियोगिता के पहले ‘आजादी का अमृत महोत्सयव – भारतीय रेल के बढ़ते कदम’ विषय पर निबंध प्रतियोगिता तथा हिंदी टिप्प ण एवं प्रारूप लेखन प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया।