कोहरे में संरक्षित संचालन हेतु करायी गयी संरक्षा संगोष्ठी
रिपोर्ट:कुलदीप शुक्ला
भारतीय रेल में कोहरे के मौसम में रेल का संचालन कठिन कार्य माना जाता है, कुहासे के मौसम में संरक्षित संचालन एवं एसपीएडी/दुर्घटना से बचाव के लिये लोको पायलटों को प्रतिवर्ष संरक्षा का पाठ पढ़ाया जाता है, जिसमें रनिंग कर्मियों को एफएसडी, एमटीआरसी एवं सिग्मा बोर्ड, मॉडिफाइड सिस्टम का गहन परामर्श दिया जाता रहा है, इसी क्रम में शनिवार दिनांक 07.01.2023 को अपराह्न 11 बजे से 15 बजे तक कुहासे के मौसम में मण्डल में कार्य करने वाले रनिंग कर्मियों को अतिरिक्त रूप से ज्ञानार्जन कराने के लिये संरक्षा संगोष्ठी करायी गयी जिसमें लगभग 75 कर्मियों ने भाग लिया।
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि वरिष्ठ मण्डल बिजली इंजीनियर (परिचालन) राहुल त्रिपाठी ने लोको पायलटों से संरक्षित संचालन एवं एसपीएडी/दुर्घटना से बचाव के लिए सिगनल को अंतिम क्षण तक निगाह बनाये रखने, गाड़ी की गति को सिगनल एवं मौसम के अनुसार नियंत्रित करने हेतु सलाह दिया। मण्डल बिजली इंजीनियर (परिचालन) एन. के. मिश्रा ने विभिन्न प्रकार वैगन एवं उनके ब्रंकिंग सिस्टम, डीएफसीसीएल में संरक्षित संचालन हेतु कई बिन्दुओं पर वृहत चर्चा की, डीएफसीसीएल में होने वाले अनियमितताओं को उजागर कर उनके निराकरण पर बल दिया गया।
संगोष्ठी के संचालन कर्ता मुख्य क्रू नियंत्रक (परि0) वासुदेव पाण्डेय ने रनिंग कर्मचारियों को स्पैड की घटना को विडियों एवं प्रायौगिक तौर पर दिखाकर रनिंग कर्मियों को जागरूक किया, उन्होंनेे मुख्यालय के सभी लोको पायलटों को अनुसाशन में रहकर गाड़ी संचालन करने की बात कही।
संगोष्ठी में मुख्य लोको निरीक्षक (लाइन) अवधेश कुमार ने हाल ही में हुये स्पैड प्रकरण पर चर्चा की वहीं मुख्य लोको निरीक्षक जी.सी.पाण्डेय ने गाड़ी संचालन के दौरान एकाग्रता के महत्व के बारे में समझाया, मुख्य लोको निरीक्षक अश्विनी कुमार ने सहायक लोको पायलटों को वरिष्ठ लोको पायलटों से उनके अनुभव से सिखने तथा उनसे ज्ञान लेने की बात कही, इस संगोष्ठी में लोको पायलट मेल/पैसेन्जर, लोको पायलट माल एवं सहायक लोको पायलटों ने अपने-अपने अनुभव को साझा किया, संगोष्ठी में संरक्षा के सभी बिन्दुओं पर गहन मंथन किया गया।