राजनीति का मजबूत स्तंभ ढह गया : प्रमोद तिवारी
प्रयागराज: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने पूर्व राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी के निधन को देश की राजनीति के लिए एक अपूर्णीय क्षति बताया है। प्रमोद तिवारी ने केसरी नाथ को एक महान नेता, जुझारू अधिवक्ता और वक्ता बताते हुए कहा कि वे एक सच्चे राष्ट्रवादी और दूरदर्शी राजनेता थे, जिन्होंने अपने विलक्षण गुणों से देश और प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य को बदल दिया था। उन्होंने कहा कि लोगों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उनका सम्मान किया। रविवार को पूर्व राज्यपाल के निधन की सूचना मिलते ही कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने लोहिया मार्ग स्थित उनके आवास पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए परिजनों को ढांढस बंधाया । वहीं जीरो रोड स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय में जिलाध्यक्ष सुरेश यादव की अध्यक्षता में शोकसभा का आयोजन किया गया। पार्टी के प्रदेश महासचिव मुकुंद तिवारी ने केसरीनाथ त्रिपाठी का स्मरण करते हुए कहा की एक महान राष्ट्रवादी देशभक्त, उदार व विशाल हृदय दूरदर्शी राजनीतिज्ञ और लोकप्रिय नेता को हमने खो दिया। वे एक दल में रहते हुए भी दलगत राजनीति से उपर थे। इसीलिए अजातशत्रु थे जिनका सम्मान देश के हर दल के नेता करते थे। प्रदेश महासचिव विवेकानंद पाठक ने कहा की केसरीनाथ भारतीय राजनीति के एक महान और दिग्गज नेता थे। उनके देहांत से देश ने एक तजुर्बेकार राजनीतिज्ञ, सच्चे राजनेता और सबसे एक अच्छा मनुष्य खो दिया है। जिला प्रवक्ता हसीब अहमद ने कहा की राजनीतिक विचारधारा की भिन्नता को पंडित जी ने कभी कड़वाहट में नहीं बदला। कोई विचारधारा उनके द्वारा भारत के उदारवादी मूल्यों के निर्वहन व सबको राजधर्म का आभास कराने से नहीं रोक पाई। उनके उदारवादी विचारों का अनुसरण ही सच्ची श्रद्धांजलि है। इस दौरान पार्टी कार्यालय में आयोजित शोक सभा में कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान: जिलाध्यक्षा सुरेश यादव, मुकुंद तिवारी, विवेकानंद पाठक, हसीब अहमद, संजय तिवारी, तलत अज़ीम, अनिल पाण्डेय, हंजला उस्मानी, राकेश पटेल, मनोज पासी, जितेश मिश्रा, शशांक शर्मा, रीना देवी बिंद, उज्वल सोनकर, मो०हसीन, शकील अहमद समेत आदि लोग मौजूद रहें।