माघ मेले में हुआ कवि सम्मेलन का आयोजन
श्री कान्यकुब्ज ब्राह्मण सभा प्रयागराज द्वारा सेक्टर 4 ,माघ मेला, परिसर मे कवि सम्मेलन आयोजित हुआ। जिसमें नगर के नामचीन रचनाकारों ने काव्य पाठ किया ।
कॉलिंग कुलदीप ब्राह्मण सभा के उपाध्यक्ष देवराज पाठक जी ने रचनाकारों का सम्मान करते हुए कहा कि देशकाल समय परिस्थिति का बोध रचनाकार कराता है और समाज को जागृत रखता है।
कवि सम्मेलन का शुभारंभ अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ गीतकार शैलेंद्र मधुर की वाणी वंदना के साथ आरंभ हुआ । उन्होेंने अपने गीतों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर डाला ।
राजनीति पर हम क्या लिखें,
अपनी क्या औकात,
सारी बाजी हाथ तुम्हारे,
अपनी केवल मात
सियासत हम क्या जाने।
तदुपरांत वरिष्ठ कवयित्री प्रीता बाजपेई जी ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को भाव विभोर कर डाला ।
और कहिए क्या है मिजाज,
आजकल आप मिलते हैं कम
योगेश ओझा झमाझम ने कवि सम्मेलन का संचालन करते हुए बेहतरीन काव्य पाठ किया।
सीमा से तिरंगे में लिपट कर के जो आए,बोले उनके खून की वह धार वंदे मातरम।
रायबरेली से पधारे युवा कवि अभिजीत अकेला में अपनी पंक्तियों से श्रोताओं में जोश भर डाला ।
वासंती हवाओं को भी आंधी मिलने वाली थी,
47 से पहले ही आज़ादी मिलने वाली थी,
युवा कवि अंबुज उषा नंदन ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को आह्लादित कर डाला ।
तन के पैर ठहर जाते हैं, मन के पांव नही रुकते,
एक मुसाफ़िर बैठे बैठे, कितनी दूर चला जाता है।
कवि सम्मेलन में डॉ विजयाआनंद, गंगा त्रिपाठी सहित अन्य रचनाकारों ने काव्य पाठ कर श्रोताओं को आह्लादित किया।
श्री कान्यकुब्ज ब्राह्मण सभा के महामंत्री सुधीर द्विवेदी नेआए हुए अतिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापन किया।
कवि सम्मेलन में नीरज दीक्षित, राजाराम शुक्ला, डॉ प्रमोद शुक्ला सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।