भूटान देश सहित पश्चिम बंगाल, असम यात्रा सम्पन्न कर गोवर्धन पहुंचे शंकराचार्य
सनातन धर्म के प्रचार प्रसार और धर्म को आगे बढ़ाने के लिए पुरी शंकराचार्य अधोक्षजानंद सरस्वती ने भूटान की यात्रा की,इस दौरान शंकराचार्य अधोक्षजानंद सरस्वती ने भूटान में सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने और धर्म के प्रचार प्रसार के लिए स्थानीय लोगों का आह्वाहन किया।
अखंड भारत भ्रमण के क्रम मे शंकराचार्य की दो दिवसीय भूटान यात्रा पूरी हुई । सीमा से संलग्न भारतीय सीमांत क्षेत्र का अंतिम कस्बा जयगांव जिला अलीपुरद्वार पश्चिम बंगाल मे पहुचने पर श्रद्धालुओं ने शंकराचार्य का
भावपूर्ण स्वागत किया। सामूहिक रुद्राभिषेक, पूजन कर राष्ट् के सुख समृद्धि की कामना की गयी। धर्मसभा मे भारी संख्या मे श्रद्धालुओं ने भाग लिया । शंकराचार्य ने सभी को मां भारती के सम्मान और धर्म रक्षा का उपदेश दिया।
गुवाहाटी में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दिलीप सैकिया, असम सरकार के कैबिनेट मंत्री पीयूष हजारिक, कैबिनेटमंत्री जयंत मल्ल बरुआ, असम गैस कार्पोरेशन के चेयरमैन बोलिन चेतिया, असमगण परिषद् के बरिष्ठ नेता बृन्दाबन गोस्वामी, बिधायक रूपेश ग्वाला, बिधायक कौसिकनाथ, बिधायक अजय राय, रेस्लिंग कमीशन असम के चेयरमैन रतुल शर्मा, प्रमुख समाजसेवी अशोक धानुका, काग्रेस नेता मानस बोरा, पश्चिम बंगाल jda चेयरमैन तृणमूल कांग्रेस के नेता गंगा प्रसाद शर्मा, बंगाल के स्थानीय बिधायकगण, शंकराचार्य से मार्गदर्शन प्राप्त कर आशीर्वाद लिया ।
यात्रा मे शिबू चांगिया, भरत चांगिया, केशर मूदडा, जयंत मूदडा, विजय बंसल,हिन्दू जागरण समिति जयगांव, विनय नाहटा, लक्ष्मी प्रधान, सती
क्षेत्री, अनीता दास, समेत समस्त स्थानीय भक्तों का कार्यक्रम सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान रहा ।