नाबालिग छात्र को सजा देना शिक्षक को जानलेवा साबित हुआ
रिपोर्ट-राजेश सरकार/अभय सिंह
करछना थाना क्षेत्र में एक स्कूल का एक वीडियो सोशल प्लेटफार्म पर इश्यू बन गया है। जिसमें क्लास में मौजूद शिक्षक पर एक व्यक्ति बेलचा से लगातार हमला कर रहा है। कुछ लोग उसे पकड़ने की कोशिश करते हैं, लेकिन वह नहीं मानता है। यह वीडियो 21 जुलाई की दोपहर की घटना का बताया जा रहा है। शिक्षक की तरफ से करछना थाने में आरोपी के खिलाफ नामजद तहरीर दी गई है। यमुनानगर के करछना थाना क्षेत्र में धरवारा स्थित जीएस एकेडमी स्कूल में गांव भुस्का निवासी प्रिंस सिंह (10) पुत्र शिशिर सिंह चौथी कक्षा का छात्र है। 20 जुलाई को प्रिंस क्लास में शोर मचा रहा था। इसी बात से नाराज कक्षा अध्यापक अर्पित तिवारी ने क्लास में प्रिंस को डांट दिया। उसे एक छड़ी मार दी। प्रिंस जब घर गया तो उसने पिटाई की बात घर वालों को बताई। 21 जुलाई को प्रिंस के पिता शिशिर सिंह अपने साथियों के साथ प्रिंस के स्कूल पहुंचे। वहां उन्होंने बेटे की पिटाई करने पर शिक्षक और प्रिंसिपल से नाराजगी जताई। लेकिन जब स्कूल प्रबंधन ने प्रिंस के शैतानी करने पर उसे डांटने की बात बताई तो शिशिर शांत हो गए।
इस दौरान शिशिर के साथ गए धरवारा निवासी प्रिंस के चाचा रणविजय सिंह उर्फ गुडलक अपने गुस्से पर काबू नहीं रख पाए। वह स्कूल के पास में ही स्थित अपने घर से बेलचा लेकर शिक्षक को ढूंढते हुए सीधे क्लास रूम में पहुंचे। उनके पीछे पीछे कई शिक्षक भी दौड़े। लंच टाइम था। क्लास में शिक्षक अर्पित तिवारी अकेले थे। अर्पित को देखते ही रणविजय उसपर बेलचा लेकर टूट पड़े और पीटना शुरू कर दिया। लोग बीच बचाव करते रहे और रणविजय शिक्षक अर्पित को पीटता रहा। इससे स्कूल में हंगामा खड़ा हो गया। हमले में शिक्षक अर्पित तिवारी गंभीर रूप से घायल हो गए। उनका एक हाथ फैक्चर हो गया। रणविजय के हमले की सारी घटना क्लास रूम में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई।
पीड़ित शिक्षक अर्पित तिवारी के पिता प्रेम शंकर तिवारी ने बताया कि उनके बेटे गणित के टीचर हैं। शैतानी करने पर एक बच्चे को उन्होंने डांट दिया था। जिससे उसके चाचा ने स्कूल में क्लास के अंदर घुस कर मेरे बेटे अर्पित पर जानलेवा हमला कर दिया। कुछ शिक्षकों ने बीच-बचाव की कोशिश की तो उनके साथ भी हाथापाई की। करछना के भुण्डा पुलिस चौकी में 21 जुलाई की शाम को तहरीर दी थी। सुनवाई नहीं हुई। पुलिस ने कहा था मौके पर जाकर जांच करेंगे, लेकिन जांच भी नहीं की गई।
हमलावरों के जाने के बाद शिक्षक को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद 22 जुलाई को आरोपी रणविजय सिंह उर्फ गुडलक के खिलाफ जानलेवा हमले की तहरीर करछना थाने में दी गई। इंस्पेक्टर करछना नारेंद्र कुमार ने बताया कि शिक्षक की तहरीर पर आरोपी रणविजय सिंह उर्फ गुडलक के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। आरोपी की तलाश में दबिश दी गई, लेकिन आरोपी मिला नहीं है।
गुरु-शिष्य परंपरा पर उठ रहे सवाल- अनादि काल से गुरु- शिष्य परंपरा चली आ रही है।जिसमे गुरुकुल के माध्यम से बच्चो को शिक्षा-दीक्षा देने की व्यवस्था थी।गुरुकुल में रहकर ही मर्यादा पुरुषोत्तम राम,कृष्ण,सुदामा से लेकर पांडव व कौरवों समेत अन्य महापुरुषों ने शिक्षण ग्रहण किया है।जिसमे कभी न गुरु के प्रति अनादर का भाव रहा और न ही शिष्य के प्रति।किंतु वर्तमान परिवेश में गुरु-शिष्य परंपरा पर आये दिन उंगलियां उठ रही है।कही गुरुजनों द्वारा छात्रों की पिटाई का मामला हो या दुर्व्यवहार करने का तो वही छात्र व उनके परिजनों में भी अब गुरुजनों के मान-सम्मान का भाव देखने को नही मिल रहा है।जो गुरु शिष्य परंपरा को गर्त में ले जाने का काम कर रहा है। जिसमे गुरु,शिष्य व परिजनों के संबंधों को लेकर विकृति देखने को मिल रही है।