भारतीय सेना में ‘आजाद हिन्द’ रेजीमेण्ट बनाये जाने की हुई माँग
प्रयागराज। भारतीय सेना में ‘आजाद हिन्द’ रेजीमेण्ट बनाये जाने की माँग को लेकर अतुल ओझा, सदस्य, भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से भेंट कर एक ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में अतुल ओझा ने कहा है कि ‘नेताजी’ के स्मृति और स्वाधीनता संग्राम में ‘आजाद हिन्द फौज’ की भूमिका को देखते हुए भारतीय सेना में एक रेजीमेण्ट ‘आजाद हिन्द रेजीमेण्ट’ के नाम से गठित किया जाना चाहिए। जिसका ड्रेस कोड ‘आजाद हिन्द फौज’ जैसा ही हो। इस तरह से हम ‘नेताजी’ के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने के साथ ही साथ उन्हें अपनी सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे।
ओझा ने ‘नेताजी’ और जर्मनी की मित्रता का उल्लेख करते हुए आगे कहा है कि हमें भी ‘नेताजी’ की मित्रता के प्रति जर्मनी की निष्ठा का अनुकरण करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि 18 जनवरी 2017 को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी एवं बंगाल के तत्कालीन राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने ‘नेताजी’ के द्वारा प्रयुक्त की जाने वाली कार का अनावरण किया था, जिसका पुनरुद्धार जर्मन कार निर्माता कंपनी “ऑडी” (Audi) के निर्देशन में कोलकाता के तकनीशियनों ने किया है। इसी तरह हमें भी ‘आजाद हिन्द फौज’ को पुनर्स्थापित करके भारतीय सेना में ‘आजाद हिन्द रेजीमेण्ट’ के रूप में एक रेजीमेण्ट का गठन करना चाहिए। इस तरह से हम ‘नेताजी’ के प्रति अपनी कृतज्ञता का ज्ञापन कर सकेंगे।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल कलकत्ता हाइकोर्ट के अधिवक्ता रवीन्द्र तिवारी ने कहा देश की प्रथम प्रशिक्षित सैन्य संगठन के सर्वोच्च कमाण्डर सुभाषचन्द्र बोस की स्मृति में भारतीय सेना में एक रेजीमेण्ट ‘आजाद हिन्द रेजीमेण्ट’ का गठित किया जाना जनभावनाओं के अनुरूप होगा।
प्रतिनिधिमंडल में अतुल ओझा के अतिरिक्त रवीन्द्र तिवारी और सुशील ओझा शामिल थे।