महर्षि पतंजलि विद्या मन्दिर में ‘मिनी मार्वल्स इन मोशन’ थीम पर आधारित वार्षिक खेल दिवस का आयोजन

प्रयागराज महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर के विशाल प्रांगण में “मिनी मार्वल्स इन मोशन” की जीवंत थीम के तहत वार्षिक खेल दिवस मनाया गया। यह कार्यक्रम एथलेटिक्स प्रतिभा, रचनात्मक ड्रिल और छात्रों की अदम्य भावना का शानदार प्रदर्शन था।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना एवं दीप प्रज्वलन के पारंपरिक विधि विधानों के साथ हुयी । इस महोत्सव के मुख्य अतिथि, स्वामी ध्रुव चैतन्य सरस्वती जी (अध्यक्ष, सुबोधानंद फाउंडेशन, ऋषिकेश) और हाईकोट के न्या याधीश श्री तरुण सक्सेना जी थे। इस अवसर पर विद्यालय की सचिव महोदया डॉ. कृष्णा गुप्ता जी, कोषाध्यक्ष श्री रवीन्द्र गुप्ता जी, डाइरेक्टर श्रीमती रेखा वैद्य जी और श्री यशोवर्धन जी, गंगागुरुकुलम की प्रधानाचार्या श्रीमती माधुरी श्रीवास्तव जी, पतंजलि ऋषिकुल के प्रधानाचार्य श्री नित्यानंद सिंह जी और पतंजलि नर्सरी स्कूल की हेडमिस्ट्रेस श्रीमती विभा श्रीवास्तव जी उपस्थित थी जिनका भव्य स्वागत ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ के साथ किया गया। तत्पश्चात विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती अल्पना डे ने मुख्य अतिथि एवं उपस्थित सभी सदस्यों एवं अभिभावकों का स्वागत किया।
मुख्य अतिथि द्वारा विद्यालय के ध्वजारोहण के बाद खेल महोत्सव के उद् घोषणा के साथ नन्हे मुन्ने बच्चों ने मशाल हाथ में लेकर पूरे मैदान का चक्कर लगाया। पूरा परिसर नन्हे मुन्ने बच्चों के अतिशय उत्साह एवं किलकारियों से गूंज उठा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत कक्षा 4 और 5 के छात्रों द्वारा एक स्वागत नृत्य “रिदम ऑन द रनवे” से हुई, जिसने पूरे वातावरण को संगीतमय बना दिया।
कक्षा 1 की ड्रिल ‘नाइट्स टू डाइस’,में शतरंज के मोहरों और लूडो काउंटरों के रूप में तैयार छोटे बच्चों ने रणनीतिक सोच को उजागर करते हुए ड्रिल का प्रदर्शन किया।
भगवा सफेद हरे रंग के कपड़ों से सुसज्जित कक्षा 2 के छात्रों ने राष्ट्रीय प्रतीकों का प्रदर्शन करते हुए आकर्षक आकृतियां बनाकर राष्ट्र की अक्षुण्य विरासत का जश्न मनाया।
वहीं कक्षा 3 की जीवंत ड्रिल ‘वन वर्ल्ड, वन बीट’ ने वैश्विक एकता का प्रदर्शन किया, जिसमें पारंपरिक वेशभूषा और प्रॉप्स के माध्यम से चीन, भारत, मैक्सिको और अफ्रीका की संस्कृतियों को एक साथ दर्शाया गया।
कक्षा-4 और कक्षा-5 के बच्चों ने वर्तमान समय के अत्यंत संवेदनशील मार्मिक विषय ‘हील द वर्ल्ड’ के माध्यम से कार्यवाही का आह्वान यानी ‘कॉल टू एक्शन’ के रूप में दर्शकों का ध्यान आकर्षित करते हुए ग्रहों की रक्षा करने का संदेश दिया।
एक कार्निवल के रूप में कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पावर पैल्स परेड था।
कक्षा 1 की रेस ‘विगल टू विंग्स’, एक अत्यंत आकर्षक रिले थी जहाँ लड़के कैटरपिलर के रूप में और लड़कियाँ तितलियों के रूप में जोड़े में काम करती हुई नज़र आई, जो टीम वर्क पर जोर देती है।
कक्षा 2 के बच्चों द्वारा इंजन के रूप में अद्भुत संतुलन का प्रदर्शन करते हुए दौड़ लगाई गई।
कक्षा 3 के बच्चों द्वारा ‘ऑक्टोपस रेस’ समन्वय की एक परीक्षा थी जहाँ छात्र ऑक्टोपस की तरह जुड़े हुए एक साथ चलते हैं।
वही कक्षा 4 की रेस ‘कैप द बॉटल’ का प्रदर्शन अत्यंत आकर्षक रहा।
कक्षा 5 की ‘हर्डल रेस’ में एथलीटों ने शक्ति के साथ बाधाओं को पार करते हुए फुर्ती और तकनीक का प्रदर्शन किया।
स्वामी ध्रुव चैतन्य सरस्वती जी ने सभा को संबोधित करते हुए चरित्र निर्माण में खेल की भूमिका और अनुशासन पर जोर दिया। डॉक्टर कृष्णा गुप्ता मैम ने छात्रों के प्रयासों और अनुशासन की प्रशंसा करते हुए उन्हें अपना आशीर्वाद दिया। स्वामी जी और डॉक्टर कृष्णा गुप्ता मैम ने इस बात पर जोर दिया की बच्चों को केवल कठोर नियमों का पालन करने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए उन्होंने बतायाकि बच्चे अधिकतर अपने बड़ों को देखकर सीखते हैं, इसलिए माता-पिता और बड़े लोगों को हमेशा वह अच्छा व्यवहार और आचरण प्रदर्शित करना चाहिए जो वह चाहते हैं कि बच्चे सीखें।
इस कार्यक्रम में स्कूल परिवार की सक्रिय भागीदारी भी देखी गई, जिसमें माता-पिता और पूर्व छात्रों के लिए रोमांचक दौड़ आयोजित की गई, जिसने स्कूल और अभिभावकों के बीच बंधन को मजबूत किया।
विभिन्न दौड़ के विजेताओं को पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान सम्मानित किया गया, अपने पुरस्कार प्राप्त करते हुए वे बहुत ही खुश नज़र आ रहे थे। कार्यक्रम का समापन विद्यालय की प्राइमरी इंचार्ज श्रीमती बैशाखी घोष द्वारा धन्यवाद ज्ञापन, अनुशासित क्लोजिंग मार्च पास्ट और राष्ट्रगान के साथ हुआ ।
